Old CG Song Lyrics
- गीत – झुलनी
- स्वर – भूपेन्द्र साहू, संजय महानंद, श्रद्धा सजल
- गीतकार – भूपेन्द्र साहू
- संगीत – भूपेन्द्र साहू
- लेबल – आरम्भ फिल्मस्
स्थायी
या झुलनी म झूल रहो
या झुलनी म झूल रहो रे
या झुलनी म झूल रहो
या झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
या झुलनी म झूल रहो
या झुलनी म झूल रहो रे
या झुलनी म झूल रहो
या झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
अंतरा 1
कउन बनावे अकन ककन चूरी
कउन बनावे गजमोहर
अ झुलनी म झूल रहो रे
कउन बनावे अकन ककन चूरी
कउन बनावे गजमोहर
अ झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
अंतरा 2
लोहार बनाए अकन ककन चूरी
सोनरा बनाए गजमोहर
अ झुलनी म झूल रहो रे
लोहार बनाए अकन ककन चूरी
सोनरा बनाए गजमोहर
अ झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
अंतरा 3
कउन कोड़ावै ताले ओ सगुरिया
कउने बंधावै ओ केपारे
अ झुलनी म झूल रहो रे
कउन कोड़ावै ताले ओ सगुरिया
कउने बंधावै ओ केपारे
अ झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
अंतरा 4
रामे कोड़ावै ताले ओ सगुरिया
लक्ष्मण बंधावै ओ केपारे
या झुलनी म झूल रहो रे
रामे कोड़ावै ताले ओ सगुरिया
लक्ष्मण बंधावै ओ केपारे
या झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
गाय ले गवईया गा
या झुलनी म झूल रहो रे
अंतरा 5
पान रे खाए मुहु ल करे लाल
पान रे खाए मुहु ल करे लाल
ज्यादा मया झन करबे
हो जाही जीव के काल रे
खाए ल बीरो पान
मोर मोती दौना खड़े हे कुआ पार गा
बोलत नई हे
मोर मोती दौना खड़े हे कुआ पार गा
बोलत नई हे
मुड़े रे कोरे लिए ले लाली
मुड़े रे कोरे लिए ले लाली
बखरी ले ढ़ेला मारे पिरीत वाली
हो खाए ल बीरो पान
मोर कोदो माली खड़े हे कुआ पार वो
बोलत नई हे
मोर कोदो माली खड़े हे कुआ पार वो
बोलत नई हे
मोर मोती दौना खड़े हे कुआ पार गा
बोलत नई हे
मोर कोदो माली खड़े हे कुआ पार वो
बोलत नई हे
मोर मोती दौना खड़े हे कुआ पार गा
बोलत नई हे
मोर कोदो माली खड़े हे कुआ पार वो
बोलत नई हे