तोर नाव ला सुमर के मईया – दुकालू यादव | TOR NAV LA SUMAR KE MAIYA LYRICS | DUKALU YADAV JAS GEET

 तोर नाव ला सुमर के मईया
TOR NAV LA SUMAR KE MAIYA LYRICS
DUKALU YADAV JAS GEET



  • गीत – तोर नाव ला सुमर के मईया
  • स्वर – दुकालू यादव
  • गीतकार – हर्ष कुमार बिन्दु
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – 360India



स्थायी

ए तोर नाव ला सुमर के मईया

मै उठथौ रोज बिहनिया

ए तोर नाव ला सुमर के मईया

मै उठथौ रोज बिहनिया

 

भोर के बेरा अंगना म तोरे, मैया वो

भोर के बेरा अंगना म तोरे

चहकन लागे चिरईया

ए तोर नाव ला सुमर के मईया

मै उठथौ रोज बिहनिया

 

अंतरा 1

तन मन ला मैं पबरित कर के

फूलवा चुन चुन लाथौ

बाती बर के तेल डार के 

दीयाना रोज जलाथौ

 

चंदन बंदन तोला चढ़ावौ

हूम धूप महकाथौ

तोला सुमर के निकलौ घर ले

काम बुता मा जाथौ

 

ए थके मांदे लहुटथौ दाई, मईया वो

थके मांदे लहुटथौ दाई

रोज हो जाथे वो रतिहा

ए तोर नाव ला सुमर के मईया

मै उठथौ रोज बिहनिया

 

अंतरा 2

अरजी तोर ले करथौ मैं हा 

झन आवै कोनो अलहन

झन हावै कनहो ले दाई 

मोर ले कभू अनबन

 

दया मया बरसावत रहिबे 

जुर मिल रहे सबो झन

एक दुसर के धियान रखे 

परिवार म मोरो सबो झन

 

सुमत के रद्दा म सदा मैं रेंगौ, मैया वो

सुमत के रद्दा म सदा रेंगौ मैं

तही हा रद्दा देखईया

ए तोर नाव ला सुमर के मईया

मै उठथौ रोज बिहनिया

 

अंतरा 3

स्वासा चलत ले मैं हा दाई 

तोरे सेवा बजाहूं

तोर बिना मोर कोन सहारा 

कोना ला दुख ला सुनाहूं

 

रूखा सुखा खाबो जीबो

आशीष ला तोर पाहूं

आ के तोर दुवारी म मईया 

मान गउन कर जाहूं

 

कोसरिया के लाज बचाबे, मैया वो

कोसरिया के लाज बचाबे

बिन्दु परे तोर पईया

ए तोर नाव ला सुमर के मईया

मै उठथौ रोज बिहनिया

 

भोर के बेरा अंगना म तोरे, मैया वो

भोर के बेरा अंगना म तोरे

चहकन लागे चिरईया

ए तोर नाव ला सुमर के मईया

मै उठथौ रोज बिहनिया

ए तोर नाव ला सुमर के मईया

मै उठथौ रोज बिहनिया



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