- गीत – तैं महूं ल देना बाबा
- स्वर – स्वर्णा दिवाकर, तारा कुलकर्णी
- गीत – ?
- संगीत – सूरज महानंद
- लेबल – सुन्दरानी
स्थायी
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
वही छटवा गड़वा गिरौदपुरी धाम के
वही छटवा गड़वा गिरौदपुरी धाम के
आ हा
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
अंतरा 1
सोना बाना डोंगरी म ज्ञान के जरी हे
नई परखे सको जेला बुद्धि के कमी हे
हां सोना बाना डोंगरी म ज्ञान के जरी हे
नई परखे सको जेला बुद्धि के कमी हे
तोरे चरण कमल के दासी मान के
तोरे चरण कमल के दासी मान के
आ हा
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
अंतरा 2
बमरी के लकड़ी ल चंदन बनाए गा
उही विधि मोर काया ल कंचन बनादे गा
बमरी के लकड़ी ल चंदन बनाए गा
उही विधि मोर काया ल कंचन बनादे गा
हमला गुरू मिले हे कइसन छान के
हमला गुरू मिले हे कइसन छान के
आ हा
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
अंतरा 3
कंठी जनेउ ल गुथे नामा के डोरी म
सौदा लगा के बांटे औरा धौरा तरी म
कंठी जनेउ ल गुथे नामा के डोरी म
सौदा लगा के बांटे औरा धौरा तरी म
आए हौं पाए के आशा म मन ठान के
आए हौं पाए के आशा म मन ठान के
आ हा
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के
वही छटवा गड़वा गिरौदपुरी धाम के
वही छटवा गड़वा गिरौदपुरी धाम के
आ हा
तैं महूं ल देना बाबा
पाए जरी ल सतनाम के