Sada He Chandan Sada Khadau Lyrics
Aarti Guru Baba – Panthi Geet Lyrics
- गीत – सादा हे चंदन सादा हे खड़ाउ
- स्वर – दिलीप षडंगी
- गीतकार – शिव प्रसाद पाटले
- एल्बब – गुरू घासी के दीवाना
- निर्माता – श्रीराम राठौर
- शैली – सतनाम भजन, पंथी गीत
स्थायी
चंदन हे सादा सादा खड़ाउ
कपड़ा हावै तोर सादा गा
जय सतनाम जय सतनाम
नाम अमर सतनाम के हावै
महिमा हे अबड़ ज्यादा गा
जय सतनाम जय सतनाम
जय सतनाम जय सतनाम
जैतखाम तोर आसन हावै
झंडा लगे आमे सादा गा
जय सतनाम जय सतनाम
नरियर सुपारी पान प्रसाद अउ
मेवा चढ़े मोर सादा गा
जय सतनाम जय सतनाम
जय सतनाम जय सतनाम
आंखी ल मूंद के धूनी म बईठे
सत के करे तैं ध्याना गा
जय सतनाम जय सतनाम
नाम अमर जग म करी डारे
पा के सत के ज्ञाना गा
जय सतनाम जय सतनाम
जय सतनाम जय सतनाम
लख चौरासी योनी के सब जीव
तोरे बर एक समाना गा
जय सतनाम जय सतनाम
परोपकारी तै हितकारी
भेद कभू नई जाना गा
जय सतनाम जय सतनाम
जय सतनाम जय सतनाम
स्थायी
जय सतनाम गुरू घासी दास बाबा
आरती उतारत हावौं सतगुरू बाबा
जय सतनाम गुरू घासी दास बाबा
आरती उतारत हावौं सतगुरू बाबा
अंतरा 1
तन कर दीयना म मन लागे बाती
सत्य के ज्योति जरे दिन अउ राती
चवर सिंघासन जम्मो श्वेत गुरू घासी
तोरे दर म मिटै जुग जुग के उदासी
द्वारिका मथुरा तैं कासी अउ काबा
आरती उतारत हावौ सत गुरू बाबा
जय सतनाम गुरू घासी दास बाबा
आरती उतारत हावौं सतगुरू बाबा
अंतरा 2
सोन के पाट अउ सोन के कलसे
चंदा अउ सुरूज मुख मंडल बरत हे
पान प्रसाद अउ मेवा चढ़त हे
चमचम प्रभा मंडल मन ल मोहत हे
दुनिया भुलागेंव मैं हा तोरे संग लागा
आरती उतारत हावौ सत गुरू बाबा
जय सतनाम गुरू घासी दास बाबा
आरती उतारत हावौं सतगुरू बाबा
अंतरा 3
जो जन गुुरू तोरे आरती ला गावै
मन वांछित बिन मांगे फल पावै
तन मन दुनो निर्मल होई जावै
सत लोक गुरू जय अमर पद पावै
जग म तैं बांधे गुरू सत कर धागा
आरती उतारत हावौ सत गुरू बाबा
जय सतनाम गुरू घासी दास बाबा
आरती उतारत हावौं सतगुरू बाबा
जय सतनाम गुरू घासी दास बाबा
आरती उतारत हावौं सतगुरू बाबा
जय सतनाम गुरू घासी दास बाबा
आरती उतारत हावौं सतगुरू बाबा