राजनांदगांव के कहानी – कांतिकार्तिक | RajnandGaon Ke Kahani Lyrics | KANTIKARTIK YADAV CG SONG

🌻 राजनांदगांव के कहानी  🌻
🌺RajnandGaon Ke Kahani Lyrics🌺
    • गीत : राजनांदगांव के कहानी 
    • गायक : कांतिकार्तिक यादव
    • गीतकार : गुरूदेव मौनी बाबा जी
    • संगीतकार : ओपी देवांगन
    • लेबल : कोक क्रिएशन
स्थायी

 

राजा अऊ रानी के निशानी

 

किल्ला के अगल बगल में पानी

 

राजा अऊ रानी के निशानी

 

किल्ला के अगल बगल में पानी

 

ऐ संगी सुन तो ले

 

जहूंरिया सुन तो ले

 

ऐ नोनी सुन तो ले

 

ऐ दीदी सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ऐ भैया सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

 

अंतरा 1

 

नागा महंत राजा मौजी दास नामी

 

पाड़ागाह राजधानी जगन्नाथ स्वामी

 

रईयत मा जेकर भरे हावै धन दोगानी

 

नंदग्राम नान कुन गांव हे सुजानी

 

शिवनाथ नंदिया के पानी जेखर ले हावै जिन्दगानी

 

शिवनाथ नंदिया के पानी जेखर ले हावै जिन्दगानी

 

ये कका सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ये काकी सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

 

अंतरा 2

 

पाड़ागाह छोड़ के नंद ग्राम आ गे

 

सपना मा शीतला के दर्शन ला पागे

 

कहाना माने देवी के मंदिर बनागे

 

शीतला ला सुमिरै अऊ जिनगी हा पहागे

 

तब ले नंद ग्राम राजधानी घासीदास राजा बड़ा ज्ञानी

 

तब ले नंद ग्राम राजधानी घासीदास राजा बड़ा ज्ञानी

 

ये ममा सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ये मामी सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

 

अंतरा 3

 

बैरागी साधु मन राज ला चलाये

 

मौजी दास घासीदास किरती ला बगराये

 

धरम के चिनहा करम मिटे नई मिटाये

 

बलराम दास नांद गांव ला बसाये

 

राजनांदगांव भागमानी बीएनसी मिल रिहिस निशानी

 

राजनांदगांव भागमानी बीएनसी मिल रिहिस निशानी

 

ऐ फूफू सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ऐ फूफा सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

 

अंतरा 4

 

आवाजाही रेलगाड़ी अऊ बिजली पानी

 

टाउनहाल मिलघर सउहत निशानी

 

सरवेश्वर दास के किरती हे बखानी

 

बाईस रियासत के करिस हे सियानी

 

खोले पठशाला तै सुहानी पढ़ लिख के लईका बने गियानी

 

खोले पठशाला तै सुहानी पढ़ लिख के लईका बने गियानी

 

ये भाटो सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ये दीदी सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

 

अंतरा 5

 

राजमहल के किल्ला तरिया तिर सुहाये

 

रानी सागर बुढ़ा सागर पानी लहराये

 

मोहना कस रूप रंग अपन हा दर्शाये

 

दिग्विजय दास राजा कुंवर हे कहाये

 

पढे़ लिखे हे मनमानी गुरतुर तोर गोठ अऊ बानी

 

पढे़ लिखे हे मनमानी गुरतुर तोर गोठ अऊ बानी

 

ये मोसा सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ये मोसी सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

 

अंतरा 6

 

शिक्षा दीक्षा देश अऊ विदेश ले तै पाये

 

खेले शिकार कार गजब के चलाये

 

खेल कूद कला के मान तै बढ़ाये

 

दिग्विजय बाबू तोर अलप काल आये

 

बैरी बन गे तोर बर जवानी सुरता बर रही गे जुबानी

 

बैरी बन गे तोर बर जवानी सुरता बर रही गे जुबानी

 

ये भाची सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ये भाचा सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

 

अंतरा 7

 

सुरता के सुर मा जम्मो झन बंधागे

 

नंद गईहा के छंईहा हमर ले दुरिहागे

 

सावन के झूला जल क्रीड़ा नंदा गे

 

राजा के राज मा परजा राज आगे

 

नांद गांव देवी वरदानी शीतला दाई के निगरानी

 

नांद गांव देवी वरदानी शीतला दाई के निगरानी

 

ये गुडु सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ये गुडी सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

 

अंतरा 8

 

सुरता करे बर ये गीत के हे ओखी

 

मौनी बाबा तोर कलम के का करौ बढ़ौती

 

कांति मौनी लाला हा खाये किरीया गौकी

 

संस्कार धानी रीति नीति के हे चौकी

 

गरब हाबे हमला हमर बानी जीव जिनगी ले जुड़े कहानी

 

गरब हाबे हमला हमर बानी जीव जिनगी ले जुड़े कहानी

 

जवांरा सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

गंगाजल सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

राजा अऊ रानी के निशानी

 

किल्ला के अगल बगल में पानी

 

राजा अऊ रानी के निशानी

 

किल्ला के अगल बगल में पानी

 

ऐ संगी सुन तो ले

 

जहूंरिया सुन तो ले

 

ऐ नोनी सुन तो ले

 

ऐ दीदी सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ऐ भैया सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

ऐ दीदी सुन तो ले आज नांद गांव के कहानी

 

ऐ भैया सुन तो ले राजनांदगांव के कहानी

 

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