राधा रंगाहू तोर साड़ी
Radha Rangahu Tor Sadi Lyrics
Dukalu Yadav New Holi Song Lyrics
- गीत – राधा रंगाहू तोर साड़ी
- स्वर – दुकालू यादव
- संगीत – मनोज दीवान
- गीतकार – जयदास मानिकपुरी
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी होली गीत
- लेबल – हेमरेड गुरू
स्थायी
ऐ वो राधा ऐ वो राधा भींगाहूं तोर साड़ी
ऐसो फागुन में मार मार के पिचकारी
ऐ वो राधा ऐ वो राधा भींगाहूं तोर साड़ी
ऐसो फागुन में मार मार के पिचकारी
कहां तैं जाबे वो कहां लुकाबे वो
रंगे के आज हे तोर बारी
अंतरा 1
बंशी के जगह म आज पिचका ला धरे हंव
ऐ पिचका म मोर मया रंग भरे हंव
मया के रंग भरे हंव मया के रंग भरे हंव
ये पिचका म मोर मया के रंग भरे हंव
आज सनाबे वो आज बुताबे वो
नई आबे एको कन चिन्हारी
ऐ वो राधा ऐ वो राधा भींगाहूं तोर साड़ी
ऐसो फागुन में मार मार के पिचकारी
अंतरा 2
गोकुल ला छोड़ के वो आए हंव बिरीज बन
आना खेलबो होरी रंगही दूना के तन मन
रंगही दुनो के तन मन वो रंगही दुनो के तन मन
आना खेलबो होरी रंगही दूनो के तन म
तैं रंगहूं तोला मैं रंगबे मोला
मया के रही वो चिन्हारी मया के रही वो चिन्हारी
ऐ वो राधा ऐ वो राधा भींगाहूं तोर साड़ी
ऐसो फागुन में मार मार के पिचकारी
अंतरा 3
किसन के रंग म आज रंग गे राधा रानी
चोरो बोरो होगे हावै किसन के दीवानी
किसन के दीवानी किसन के दीवानी
जयदास रंग गे हे कोसरिया सन गे हे
रंग गे हे दुनिया के नर नारी
ऐ वो राधा ऐ वो राधा भींगाहूं तोर साड़ी
ऐसो फागुन में मार मार के पिचकारी
ऐसो फागुन में मार मार के पिचकारी
कहां तैं जाबे वो कहां लुकाबे वो
रंगे के आज हे तोर बारी