पानी रे पिए पियत भर ले – मिथलेश साहू, अल्का चन्द्राकर | Pani Re Piye Piyat Bhar Lyrics | OLD CG SONG LYRICS

पानी रे पिए पियत भर
Pani Re Piye Piyat Bhar Lyrics
Old CG Song Lyrics
  • गीत – पानी रे पिए पियत भर ले
  • स्वर – मिथलेश साहू, अल्का चन्द्राकर
  • गीतकार – भूपेन्द्र साहू
  • संगीत – भूपेन्द्र साहू
  • लेबल – SG Music

स्थायी
पानी रे पिए पियत भर के
पानी रे पिए पियत भर के
खाले किरिया करौंदा जियत भर के
बिन मया बिरथा जवानी हे तोर
सुवना बोलत हे संगी बिन मया बिरथा जवानी हे
सुवना बोलत हे संगी बिन मया बिरथा जवानी हे

 

अरिया मे दिन बुड़े परिया मे दिन बुड़े
कारी नांगिन बोले पिंजरा ले सुवा बोले का बोले
सुवना बोलत हे संगी बिन मया बिरथा जवानी हे
सुवना बोलत हे संगी बिन मया बिरथा जवानी हे तोर

 

अंतरा 1
किरिया खवा के तैं देबे झन छोड़
किरिया खवा के तैं देबे झन छोड़
निरमोहिया तैं मन ल तरसाबे झन मोर
उलूहा पाना जिनगानी हे मोर
नैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे
नैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे
अरिया म दिन बुड़े परिया म दिन बुड़े
कारी नांगिन बोले पिंजरा ले मैना बोल का बोले
मैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे मोर

 

अंतरा 2
पीपर के पेड़ ले चिरई बोले वो
पीपर के पेड़ ले चिरई बोले वो
तोर मुच मुच हांसी म मन डोले वो
बिन मया बिरथ जवानी हे तोर
सुवना बोलत हे संगी बिन मया बिरथा जवानी हे
सुवना बोलत हे संगी बिन मया बिरथा जवानी हे

 

अरिया मे दिन बुड़े परिया मे दिन बुड़े
कारी नांगिन बोले पिंजरा ले सुवा बोले का बोले
सुवना बोलत हे संगी बिन मया बिरथा जवानी हे
सुवना बोलत हे संगी बिन मया बिरथा जवानी हे तोर

 

अंतरा 3
पागा के कलगी गजब सोहे तोर
पागा के कलगी गजब सोहे तोर
तोरे हाले झूले रेंगना रे मन मोहे मोर
उलूहा पाना जिनगानी हे मोर
नैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे
नैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे
अरिया म दिन बुड़े परिया म दिन बुड़े
कारी नांगिन बोले पिंजरा ले मैना बोल का बोले
मैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे मोर
मैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे मोर
सुवना बोलते संगी बिन मया बिरथा जवानी हे
मैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे मोर
सुवना बोलते संगी बिन मया बिरथा जवानी हे
मैना बोलत हे संगी उलूहा पाना जिनगानी हे मोर

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