मृगनयनी मन हा मोहागे वो MRIGNAYANI LYRICS – KANTIKARTIK YADAV

 मृगनयनी मन हा मोहागे वो
MRIGNAYANI LYRICS
छत्तीसगढ़ी होली गीत 
  • गीत – मृगनयनी
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – मौनी लाला जी
  • संगीतकार – ओपी देवांगन
  • छत्तीसगढ़ी होली गीत
  • लेबल – KOK CREATION


 

स्थायी

मृगनयनी,

मन हा मोहागे वो कजरारी नैना म तोर

मृगनयनी,

मन हा मोहागे वो कजरारी नैना म तोर

 

कजरारी नैना म तोर

कजरारी नैना म तोर

कजरारी नैना म तोर

कजरारी नैना म तोर

 

मृगनयनी,

मन हा मोहागे वो कजरारी नैना म तोर

 

अंतरा 1

नैना म तोर बही मोहनी का भराए हे

आंखी के कोर छोर तीर अस जनाए हे

एके घांव म हिरदय के पार हो जाए हे

पीरा तोला नई लागे तईसे वो जनाए हे

मीठ बोली बैना म तोर

मीठ बोली बैना म तोर

मीठ बोली बैना म तोर

मीठ बोली बैना म तोर

मन हरनी मन भाग जाथे वो

मीठ बोली बैना म तोर

 

अंतरा 2

कारी कजरारी तोर चटक मटक भाव हे

नागिन अस बेनी झूले जोगनी के परभाव हे

होठ तोर गुलाबी जईसे मिरगिन जस ताप हे

सुर बही झूलत तैं रेंगे बता तोर का नाव हे

दुनो नैना म तोर

दुनो नैना म तोर

दुनो नैना म तोर

दुनो नैना म तोर

ए कुमुदनी पिरीत भराए हे 

दुनो नैना म तोर


 

अंतरा 3

कस्तुरहिन पिरीत के मया म छंदाए हंव

पाए बर मया ला तोरे तन मन कंदराए हंव

देखे बर एके झलक नैना ला बिछाए हंव

कांतिकार्तिक मौनी लाला के गीत ला गाए हंव

मुड़ के दौना म तोर

मुड़ के दौना म तोर

मुड़ के दौना म तोर

मुड़ के दौना म तोर

पिरीत जोगनी मन हा रिझागे वो

मुड़ के दौना म तोर

 

कजरारी नैना म तोर

कजरारी नैना म तोर

कजरारी नैना म तोर

कजरारी नैना म तोर

 

मृगनयनी,

मन हा मोहागे वो कजरारी नैना म तोर

मृगनयनी,

मन हा मोहागे वो कजरारी नैना म तोर

 

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