मोर अचरा के छंइहा
Mor Achra Ke Chhaiya Lyrics
- गीत – मोर अचरा के छंइहा
- स्वर – सुनील सोनी, कंचन जोशी
- गीतकार – सतीश जैन जी
- संगीत – सुनील सोनी
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी गीत
- फिल्म – मोर छंइहा भुईया 2
- लेबल – एवीएम गाना
स्थायी
मोर अंचरा के छंइहा सजन तैं मंझनिया बिता ले ना
मोर अंचरा के छंइहा सजन तैं मंझनिया बिता ले ना
आना बिता ले मंझनिया बिता ले
आना बिता ले मंझनिया बिता ले
तोर अंचरा के छंइहा गोरी सरी जिनगी बिता लेहूं ना
तोर अंचरा के छंइहा गोरी सरी जिनगी बिता लेहूं ना
अंतरा 1
मोला छोड़ दुसर संग नैना लड़ाबे
परही तोला पछताना
मोर का मजाल अईसे नखरा करौ मैं
रानी तैं झन रिसाना
रोज रोज ये का भांटा खवाथस
कभु तैं मछरी खवाना
मछरी बड़ा महंगा हे मोर सजना
दू दिन भांटा अउ खाना
तैं हस मालकिन घर के मैं गुलाम वो
हो गे मोर जिनगी हा अब तो तोर नाम वो
तोर हर बात
तोर हर बात मैं मानहू सजन मोला
मड़ई तैं घूमा दे ना
तोर अंचरा के छंइहा गोरी
सरी जिनगी बिता लेहूं ना
अंतरा 2
गोरी तोर लुगरा बड़ा निक लागे
झूमका घलो निक लागे
वाहा मोर बाई अपन तारिफ सुन के
देख तो कईसे लजा गे
जान दे मयारू मोला देरी होवत हे
घर के बुता काम बाकी
थोरकीन मया ला बचा के तैं रख ले
अभी तो हे पूरा शाम बाकी
तही मोर जिनगी जोड़ी तही मोर साथी
मैं हंव दीया जोही तैं मोर बाती
तोर बांह के
तोर बांह के झूलना म सजन
सरी जिनगी झूला दे ना
तोर अंचरा के छंइहा गोरी
सरी जिनगी बिता लेहूं ना
मोर अंचरा के छंइहा सजन
तैं मंझनिया बिता ले ना