मईया तोर भुवना – दुकालू यादव | MAIYA TOR BHUWNA LYRICS | DUKALU YADAV JAS GEET LYRICS

मईया तोर भुवना – दुकालू यादव
| MAIYA TOR BHUWNA LYRICS |
DUKALU YADAV JAS GEET LYRICS

 

  • गीत – मईया तोर भुवना
  • स्वर – दुकालू यादव
  • गीतकार – दुकालू यादव, परमानंद मोहनी, हर्षकुमार बिन्दु
  • संगीत – दुकालू यादव
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – टी-म्यूजिक सीजी

कुकरूस कू दाई कुकरूस कू
कुकरूस कू दाई कुकरूस कू

स्थायी
कुकरा मन हा बांगे मईया तोर अंगना
कुकरा मन हा बांगे मईया तोर अंगना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना

अंतरा 1
तोर दरबार म मईया कुकरा मन के डेरा वो
होत बिहनिया कुकरा मन हा तोर लगाथे फेरा वो
बांग ला दे के जगाए बड़े फजर के बेरा वो
बहुचरा महामाई तोर मंदिर म देवै पहरा वो
कुकरा के तोर सवारी जग ला भाए ना
कुकरा के तोर सवारी जग ला भाए ना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना

अंतरा 2
करे चढ़ई ओखर सेना तोर दरबार म आए वो
कुकरा मन हा बांग ला दे के मईया तोला जगाए वो
बईरी बर गरजे वो दाई बईरी बन बगियाए वो
कुकरा मन ला मार मार के बईरी मन हा खाए वो
जम्मो बईरी मन हा थक गे तब होगे शक ना
जम्मो बईरी मन हा थक गे तब होगे शक ना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना

अंतरा 3
जस जस मारे कुकरा तस कुकरा बाढ़ जाए वो
कुकरा मन के बांग ला सुन के बैरी मन थर खाए वो
अनगिनत देखे कुकरा सबो के मति चकराए वो
बहुचरा के महिमा हे भारी जम्मो बैरी मन भगाए वो
दरस बर मारू बिन्दु के जागे नैना
दरस बर मारू बिन्दु के जागे नैना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना

कुकरा मन हा बांगे मईया तोर अंगना
कुकरा मन हा बांगे मईया तोर अंगना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना
ऐ दे बड़े बिहिनिया ले गुंजे मईया तोर भुवना

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