माँ कपाटदाई सुरही धाम – दुकालू यादव | Maa Kapatdai Surhi Dham Lyrics | Dukalu Yadav Jas Geet

  माँ कपाटदाई सुरही धाम
Maa Kapatdai Surhi Dham Lyrics
Dukalu Yadav Jas Geet


 

  • गीत – माँ कपाटदाई सुरही धाम
  • स्वर – दुकालू यादव
  • गीतकार – साहिल नायक
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – 360India



स्थायी

चलो जाबो गा सुरही धाम 

जिहां बईठे हे कपाट दाई

हावै चारो कोती गा नाम

दाई सब के करथे सहाई

 

जंगल बीच म ठीहा लगे हे

जंगल बीच म ठीहा लगे हे

जंगलहिन हावै नाम

ए चलो जाबो ए चलो जाबो

 

अंतरा 1

बीच जंगल म ठीहा बना के 

मया गजब बरसाए

मया गजब बरसाए

आधा रात के मारे किलकारी

बघवा भालू ला नचाए

बघवा भालू ला नचाए

 

साज सस्तर धरे हे भवानी

पखरा टेवा मंजाए

पखरा टेवा मंजाए

बड़े बिहिन सब पाथे परनामें

परछो अपन देखाए 

परछो अपन देखाए 

 

बारा गांव बारा पाली कहाए

बारा गांव बारा पाली कहाए

सुरही हावै धाम

चलो जाबो ए चलो जाबो

 

अंतरा 2

कोनो कईथे जी अंजनी माई 

भू गरब म समाए

भू गरब म समाए

रिसी गौतम के सराप ले बाचे

ठीहा अपन बनाए

ठीहा अपन बनाए

 

छै मासी के रात दीया बर गे

पखरा म रूप जनाए

पखरा म रूप जनाए

कपाट अंग म सोहे महतारी

दाई कपाट कहाए

दाई कपाट कहाए

 

सेउक जन मन सेवा बजाए

सेउक जन मन सेवा बजाए

दीया बरे सुबह अउ शाम

चलो जाबो ए चलो जाबो

 

अंतरा 3

नवराती के दुनो परब म 

मेला गजब के भराथे जी

मेला गजब के भराथे

आवव संगी दर्शन पाबो

दुख पीरा बिसराथे जी

दुख पीरा बिसराथे

 

कांकेर जिला तीर नरहरपुर म

सब संतन सकलाथे जी

सब संतन सकलाथे

सरधा लमाथे जस गुन गाथे

नव दिन सुग्घर पहाथे जी

नव दिन सुग्घर पहाथे

 

साहिल चरण म शीश नवाथे

साहिल चरण म शीश नवाथे

करे कोसरिया परनाम

चलो जाबो ए चलो जाबो

 

हावै चारो कोति गा नाम

दाई सब के करथे सहाई

 

जंगल बीच म ठीहा लगे हे

जंगल बीच म ठीहा लगे हे

जंगलहिन हावै नाम

ए चलो जाबो ए चलो जाबो

 

चलो जाबो गा सुरही धाम

जिहा बईठे हे कपाट दाई

हावै चारो कोती गा नाम

दाई सब के करथे सहाई



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