लाल भाजी खाले दमांद बाबू
छत्तीसगढ़ी बिहाव गीत
Lal Bhaji Kha le Lyrics
- गीत – लाल भाजी खाले दमांद बाबू
- स्वर – शैल किरण, महादेव हिरवानी
- संगीत – उत्तम तिवारी
- लेखक – उत्तम तिवारी, लक्ष्मी नारायण कुम्भकार
- एल्बम – डोला परछन
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी बिहाव गीत
- लेबल – केके कैसेट
स्थायी
रईपुर के लाडू भाटो बात मोर मान
रईपुर के लाडू भाटो बात मोर मान
मीठ मीठ खाजा हे रायगढ़ के शान
दुरूग के बालुसाई धमधा के पान
खाले खाले गा…….
खाले खाले गा
भाटो खाले तैं बगला के पान
खाले खाले दमांद बाबू लाल भाजी
बंगला के पान
अंतरा 1
दू दिन के करे नई हस तैं हा मुखारी
संसो झन कर भाटो मैंहा तोर सारी
कहना ला मान मोरे नोहौ मया आन
खाले खाले गा
खाले खाले गा
भाटो खाले तैं बगला के पान
अंतरा 2
आधा उमर म मैं पायेंव सुवारी
दार लाडू पपची ला एती आ सारी
तैं मोर करिना मैं तोर सैफअली खान
सारी लाना लाना वो
सारी लाना लाना वो
खवादे तैं बंगला के पान
अंतरा 3
हमरो कोती समधिन तैं कर ले खियाल वो
वो मन लैसेंस धारी मैं हंव कंगाल वो
तोर हाथ ले सब ला खाहूं जेला देबे लान
लाना लाना वो
लाना लाना वो
मोर छुटत हे समधिन परान
अरे चल हट
रईपुर के लाडू भाटो बात मोर मान
मीठ मीठ खाजा हे रायगढ़ के शान
दुरूग के बालुसाई धमधा के पान
खाले खाले गा…….
खाले खाले गा
भाटो खाले तैं बगला के पान
खाले खाले दमांद बाबू लाल भाजी
बंगला के पान