KALO KI KAL MAHAKALI LYRICS
- गीत – कालो की काल महाकाली
- स्वर – मनीष अग्रवाल
- गीतकार –
- संगीत – सचीन उपाध्याय
- प्रकार – माता काली भजन
- लेबल – सुन्दरानी (भक्ति माला)
स्थायी
कोलो की, अरे कालो की
कालो की काल महाकाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अरे कालो की काल महाकाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अरे कलकत्ता वाली भवानी माई काली
अरे कलकत्ता वाली भवानी माई काली
अरे महिमा, ए मईया
महिमा तुम्हारी निराली
भवानी माई कलकत्ता वाली
कालो की काल महाकाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अंतरा 1
अंगोरो जैसे नयन लाले लाले
अधरो की लाली गले मुण्ड माले
अंगोरो जैसे नयन लाले लाले
अधरो की लाली गले मुण्ड माले
अरे जा लंबी, अरे जा लंबी
जा लंबी जीभ निकाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अरे महिमा तुम्हारी निराली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अंतरा 2
आगे है हनुमत जी झंडा सम्भाले
पिछे है कुकर संग भैरव मतवाले
आगे है हनुमत जी झंडा सम्भाले
पिछे है कुकर संग भैरव मतवाले
अरे बीच में, ए मैया
बीच में विकराल रूप वाली
भवानी मोरी कलकत्ता वाली
अरे महिमा तुम्हारी निराली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अंतरा 3
दानव दलन करे दुष्टो को मारे
काली की शक्ति जगत जन के तारे
दानव दलन करे दुष्टो को मारे
काली की शक्ति जगत जन के तारे
अरे हाथो में, ए मैया
हाथो में, अरे हाथो में भारी भुजाली
भवानी मोरी कलकत्ता वाली
अरे महिमा तुम्हारी निराली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अंतरा 4
काली की शक्ति को जिसने भी जाना
अरे मोनी दीवाना हुआ उसका ज़माना
काली की शक्ति को जिसने भी जाना
मोनी दीवाना हुआ उसका ज़माना
दुष्टो से, ए मैया
दुष्टो से ए काली पापीयों से देश करो खाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अरे महिमा तुम्हारी निराली
भवानी माई कलकत्ता वाली
अरे कलकत्ता वाली भवानी माई काली
अरे कलकत्ता वाली भवानी माई काली
अरे महिमा, ए मईया
महिमा तुम्हारी निराली
भवानी माई कलकत्ता वाली
कालो की काल महाकाली
भवानी माई कलकत्ता वाली
जय बोल जय बोल
महाकाली माई की जय हो
जय हो महाकाली की