KALI KALI AMAVAS KI RAAT MEIN LYRICS
- गीत – काली काली अमावस की रात में
- स्वर – रामकिशोर रागी
- गीतकार –
- संगीत –
- प्रकार – माता काली भजन
- लेबल – तरंग म्यूजिक
ॐ ह्रीं ऐं क्लीं चामुण्डायै विच्चै नमः ||
ॐ ह्रीं ऐं क्लीं चामुण्डायै विच्चै नमः ||
स्थायी
हो काली काली (महाकाली)
हो काली काली (हो महाकाली)
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
हो काली काली (हो महाकाली)
हो काली काली (हो महाकाली)
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
अंतरा 1
ये अमावस की रात बड़ी काली
घूमने निकली माता महाकाली
ये अमावस की रात बड़ी काली
घूमने निकली माता महाकाली
एक दानव का मुंड लिए हाथ में
एक दानव का मुंड लिए हाथ में
काली काली अमावस की रात में
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
अंतरा 2
केश बिखरे माँ के काले काले
नैना मईया के है लाले लाले
केश बिखरे माँ के काले काले
नैना मईया के है लाले लाले
ए काला कुत्ता भैरव जी के साथ में
काला कुत्ता भैरव जी के साथ में
काली काली अमावस की रात में
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
अंतरा 3
रूप भैरव जी का काला काला
ये तो है मईया काली का लाला
रूप भैरव जी का काला काला
ये तो है मईया काली का लाला
बेटा घूमने चला माँ के साथ में
बेटा घूमने चला माँ के साथ में
काली काली अमावस की रात में
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
अंतरा 4
ए बावन भैरव और छप्पन है करूवा
सात सौ सौ झन खेल रहो बरूवा
ए बावन भैरव और छप्पन है करूवा
सात सौ सौ झन खेल रहो बरूवा
चौसट जोगनिया मईया के साथ में
चौसट जोगनिया मईया के साथ में
काली काली अमावस की रात में
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
अंतरा 5
ए माता काली के मुख से निकले ज्वाला
हो गले पहने हैं मुण्डो की माला
हो माता काली के मुख से निकले ज्वाला
हो गले पहने हैं मुण्डो की माला
हे रूह काँपे है रागी के रात में
हे रूह काँपे है रागी के रात में
काली काली अमावस की रात में
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
हो काली काली (महाकाली)
हो काली काली (हो महाकाली)
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में
ए काली काली अमावस की रात में
काली निकली काल भैरव के साथ में