- गीत : कईसे रचे हर वो तैं जग संसार
- गायक : दुकालू यादव
- गीतकार : दुकालू यादव
- संगीतकार : दुकालू यादव
- लेबल : केके कैसेट
स्थायी
ऐ कईसे रचे हस वो तैं हा जग संसार
बोहे हावस माता वो तैं हा भुईया के भार
ऐ कईसे रचे हस वो तैं हा जग संसार
बोहे हावस माता वो तैं हा भुईया के भार
ऐ जगजननी ऐ जगजननी
ऐ जगजननी मईया वो
कोन पाही तोर पार
ऐ जगजननी मईया वो
कोन पाही तोर पार
अंतरा 1
तही दुर्गा अऊ तही काली वो
तही हा माता मईहर वाली वो
तही दुर्गा अऊ तही काली वो
तही हा माता मईहर वाली वो
माथ के बिंदिया लाली लाली वो
काल के माता तैं कंकाली वो
अऊ करे हावस माता वो तैं हा सोला सिंगार
करे हावस माता वो तैं हा सोला सिंगार
ऐ जगजननी ऐ जगजननी
ऐ जगजननी मईया वो
कोन पाही तोर पार
ऐ जगजननी मईया वो
कोन पाही तोर पार
अंतरा 2
पापी महिसासुर ला तैं मारे
शुम्भ निशुम्भ वध कर डारे
पापी महिसासुर ला तैं मारे
शुम्भ निशुम्भ वध कर डारे
पांचो पांडव के तैं दुख डारे
ऋषि मुनि ला तैं उबारे
ऐ सगरो जगत के वो तैं हा करे उद्धार
ऐ सगरो जगत के वो तैं हा करे उद्धार
ऐ जगजननी ऐ जगजननी
ऐ जगजननी मईया वो
कोन पाही तोर पार
ऐ जगजननी मईया वो
कोन पाही तोर पार
अंतरा 3
अपन ओली म सबो ला धरे
अऊ कोन जनी तैं हा का का करे
अपन ओली म सबो ला धरे
अऊ कोन जनी तैं हा का का करे
गईया बछरू तोर कोरा म चरे
अऊ दुख ल सहि के तैं दुख ला हरे
ऐ राखे कोसरिया ला वो तैं कोरा मा पोटार
ऐ राखे कोसरिया ला वो तैं कोरा मा पोटार
ऐ जगजननी ऐ जगजननी
ऐ जगजननी मईया वो
कोन पाही तोर पार
ऐ जगजननी मईया वो
कोन पाही तोर पार