का अइसे रंग म रंगाए
Ka Aise Rang Ma Rangaye Lyrics
Kantikartik New Holi Geet Lyrics
- गीत – का अइसे रंग म रंगाए
- स्वर – कांतिकार्तिक यादव
- गीतकार – गुरूदेव मौनी लाला जी
- संगीत – ओपी देवांगन
- म्यूजिक लेबल – कोक क्रिएशन
स्थायी
रसरी म पिरीत के रसरी म
रसरी म पिरीत के रसरी म
गसिया के बांध डारे मोला
का अईसन रंग म रंगाए
का अईसन रंग म रंगाए
सराबोर होगे मोर चोला
अंतरा 1
नयन झिरियासी लागे जे हर उथली नई जनाए
जतका गहिराथव मैं हा ओतका गहरी होवत जाए
कोन घड़ी गढ़े हे विधाता मुहुरन म चंदा हा समाए
जे हर 15 ठन कला म मन ला मोर निच्चट मोहाए
सगरी म हाय रे काया सगरी म
सगरी म हाय रे काया सगरी म
डुबकत रहिथे मोर चोला
अंतरा 2
अंग अंग म परकिरती के रूपे
लागे वो जईसे फुलवारी
हर अंग महके अउ दमके
झूलै खिनवा अउ बारी
खनके अउ झूमके चुरी पैरी
मया के हरै चिनहारी
पिरीत के रंग हावै साते
जेला चिनहे वो बनवारी
अंजुरी म हाय रे अंजुरी म
अंजुरी म हाय रे अंजुरी म
दीया अस बारे रहिबे मोला
अंतरा 3
फागुन के ताला बाजै डहकी
मया रंग अंग ले सुरसुराए
संग म सुर ताल अउ सबद हा
मन ला गोरी मोर गुदगुदाए
ये सातो रंग तोर पिरीत म
आनी बानी रूप ला देखाए
मया अउ पिरीत के रंग ला
कांतिकार्तिक हा छितत जाए
होरी म हाय रे होरी म
होरी म हाय रे होरी म
रंगिया गे हो मौनी लाला
का अईसन रंग म रंगाए
का अईसन रंग म रंगाए
सराबोर होगे मोर चोला