जुग बंदव माता
Jug Bandav Mata Lyrics
Dukalu Yadav Jas Geet
- गीत – जुग बंदव माता काली चरण जुग
- स्वर – दुकालू यादव
- गीतकार – ठाकुर फत्ते सिंग (पारंपरिक)
- गीत संकलन – हर्ष कुमार बिन्दु
- संगीत – कुलदीप राजेश
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
- लेबल – 360
स्थायी
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
ये हो काली चरण जुग हां
काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
अंतरा 1
जब काली चरण जुब बंदव माता
गिरजा सुत के पावै
शम्भु भवानी दुनो ला बंदव
हनुमत चरण मनावै
ये सोन रूप दंतेश्वरी बंदव
भैरव पद कर जोरे
महामाई दुलरवा ला बंदव
होहूं सहाए मोरे
ये हो कर जोर सरस्वती ला बंदव हां
कर जोर सरस्वती ला बंदव हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
अंतरा 2
जब बैठ पताल ले निकले माता
हाथ खड़ग त्रिशुले
गज मुक्तन के माला पहिरे
कई असुर संहारे
जब हिंगलाज बर जाए माता
चंडी ला जा के जगाए
तिरिया हो के लड़े बर आए
मरदन कहां छुपाए
ये हो देवन घबराए हां
देवन घबराए हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
अंतरा 3
जब सिंह चरे रण गरजे माता
धरती कांपे आसमाने
महिसासुर रण में तैं मारे
खण्ड खण्ड कर डारे
यहो जोगनी रक्त पियत हे गट गट
भैरव ताल बाजाए
महिसा मुड़ी ला धरे कालिका
देवन फूल बरसाए
ये हो फत्तेसिंग जस गाए हां
फत्तेसिंग जस गाए हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
ये हो काली चरण जुग हां
काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां
जुग बंदव माता काली चरण जुग हां