झूमें धरती गगन – ममता साहू | JHUME DHARTI GAGAN LYRICS | CG SONG LYRICS

झूमें धरती गगन

JHUME DHARTI GAGAN LYRICS

CG SONG LYRICS

  • गीत – झूमें धरती गगन
  • स्वर – ममता साहू
  • गीतकार – भूपेन्द्र साहू
  • संगीत – भूपेन्द्र साहू
  • लेबल – आरम्भ फिल्मस्

स्थायी

झूमें धरती गगन गाए पानी पवन
झूमें धरती गगन गाए पानी पवन
नाचे मन मोर हो के मनग
मोरे आजा सजन
हो मोरे आजा सजन

झूमें धरती गगन गाए पानी पवन
झूमें धरती गगन गाए पानी पवन
नाचे मन मोर हो के मनग
मोरे आजा सजन
हो मोरे आजा सजन
मोरे आजा सजन

अंतरा 1
महके रे फूल बगिया गुंजे रे अमरईया
पिरीत के गीत सुनावत बईठे पांत के पांत चिरईया
बांट म ठाढ़े बर अउ पीपर जोरे गल बईंहा
मोर सजन के रस्ता निहारे चंवर डोलावै पुरवईया
तरसाना ज्यादा झन अब आजा सजन
तरसाना ज्यादा झन अब आजा सजन
छिन भर लागे बरस असन
मोर आजा सजन
हो मोर आजा सजन
मोर आजा सजन

अंतरा 2
हाथ के कंगना रही रही खनके पांव के पैरी बोले
पिया मिलन के सुन के संदेसा भेद जिया के खोले
मर मर जावौ लाज के मारे धक धक जीव मोर डोले
मोर तन मन में सुरता सजन के मीठ मया रस घोले
इतराए जोबन बीजराए अंग अंग
जर जाए सईया मोर तन मन
मोर आजा सजन
हो मोर आजा सजन

झूमें धरती गगन गाए पानी पवन
झूमें धरती गगन गाए पानी पवन
नाचे मन मोर हो के मनग
मोरे आजा सजन
हो मोरे आजा सजन
हो मोरे आजा सजन

Leave a comment

x
error: Content is protected !!