झन जाना दाई छोड़के मोर अंगना
Jhan Jana Dai Chhodke Mor Angana Lyrics
Kanrtikartik Jas Geet Lyrics
- गीत – झन जाना दाई छोड़के मोर अंगना
- स्वर – कांतिकार्तिक यादव
- गीतकार – हर्ष कुमार बिन्दु
- संगीत – ओपी देवांगन
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
- लेबल – 360
स्थायी
झर झर बहे दुई नैना
झर झर बहे दुई नैना
झन जा तैं झन जा दाई
छोड़ के मोर अंगना
बिनती करौ कर जोर
टुटै झन तोर ममता के डोर
झर झर बहे दुई नैना
झर झर बहे दुई नैना
झन जा तैं झन जा दाई
छोड़ के मोर अंगना
अंतरा 1
का भूल हो गे हे का गलती कर डारे हंव
बता देना माता मैं का पाप करे डारे हंव
पंडा पुजारी जईसे कही कर डारे हंव
छमा करबे दाई कभु मैं गलती कर डारे हंव
झन तरसाना मोर महामाई झन तरसाना मोर
सुन्ना सुन्ना लगही दिन रैना
सुन्ना सुन्ना लगही दिन रैना
झन जा तैं झन जा दाई छोड़ के मोर अंगना
अंतरा 2
मैं हंव गरीब वो माता अउ अज्ञानी वो
रात दिन मैंया तोरे करेंव सेवकाई वो
करे हंव संवागा तोरे मन ले मैं दाई वो
पान फूल भोग लगायेंव दूनो बेरा माई वो
एक भाखा तैं बोल ना दाई एक भाखा तैं बोल
सुनी लेतेंव दाई बोली बैना
सुनी लेतेंव दाई बोली बैना
झन जा तैं झन जा दाई छोड़ के मोर अंगना
अंतरा 3
कले चुप हावस दाई जिवरा छुट जाही वो
फुल तैं गिरादे मुड़ म दे आशिष माई वो
नेवता नेवत हंव तोला करहूं पहुनाई वो
किरिया खावत हंव गलती अब नई होवै दाई वो
कांतिकार्तिक तोर चरण रज तोर कांतिकार्तिक तोर
बंधे ममता के डोर वो दाई बंधे ममता के डोर
बिन्दु सदा तोर चरणा बिन्दु सदा तोर चरणा
झन जा तैं झन जा दाई छोड़ के मोर अंगना
बिनती करौ कर जोर टुटै झन तोर ममता के डोर
बिनती करौ कर जोर टुटै झन तोर ममता के डोर
झर झर बहे दुई नैना
झर झर बहे दुई नैना
झन जा तैं झन जा दाई
छोड़ के मोर अंगना