जइसे गंगा के पानी अटाये नही ओ Jaise Ganga Ke Pani Lyrics – Dukalu Yadav

जइसे गंगा के पानी अटाये नही ओ 
Jaise Ganga Ke Pani Lyrics
Jas Geet Lyrics 
  • गीत : जइसे गंगा के पानी
  • गायक : दुकालू यादव
  • गीतकार : दुकालू यादव
  • संगीतकार : दुकालू यादव
  • लेबल : केके कैसेट

 

 

 

स्थायी 
जइसे गंगा के पानी अटाये नही ओ
तइसे माता तोर ममता सिराये नही ओ
तइसे माता तोर ममता सिराये नही ओ
तइसे माता तोर ममता सिराये नही ओ
तइसे माता तोर ममता सिराये नही ओ
अइसे कोन हे जे दुनिया में पाये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ
 
अंतरा 1
घट घट मे माता तिही हा बसे ओ
तोर माया के जाल मा सबे हा फंसे ओ
घट घट मे माता तिही हा बसे ओ
तोर माया के जाल मा सबे हा फंसे ओ
जउन मांगे तउन खाली हाथ जाये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ
 
अंतरा 2
लंगडा के माता तै बइसाखी बने ओ 
लुलुवा के दाई तै हा पाखी बने ओ
लंगडा के माता तै बइसाखी बने ओ 
लुलुवा के दाई तै हा पाखी बने ओ
तोर मया हा दाई कभु बेचाये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ
 
अंतरा 3
भूखे पियासे रही के सबो ला खवाये
अपन दुलरवा ला गोदी मा खेलाये
भूखे पियासे रही के सबो ला खवाये
अपन दुलरवा ला गोदी मा खेलाये
तभी कोसरिया ला दाई तै तरसाये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ
तइसे माता तोर ममता सिराये नही ओ
तइसे माता तोर ममता सिराये नही ओ
अइसे कोन हे जे दुनिया में पाये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ
दुर्गा माता तोर ममता सिराये नही ओ

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