- गीत – जय हो छत्तीसगढ़ महतारी
- गायक – कांतिकार्तिक यादव
- गीतकार – धनेन्द्र भारती
- संगीतकार – ओ.पी. देवांगन
- लेबल – कोक क्रिएशन
स्थायी
ये माटी म जनम धरे हंव
ये माटी मोरे महतारी
धरम करम मोरे ये माटी म
ये माटी मोरे चिन्हारी
ये माटी म जनम धरे हंव
ये माटी मोरे महतारी
धरम करम मोरे ये माटी म
ये माटी मोरे चिन्हारी
माथ नवाथौं ये माटी ला
जावत हंव बलिहारी
माथ नवाथौं ये माटी ला
जावत हंव बलिहारी
जय जय छत्तीसगढ़
महतारी महतारी महतारी
अंतरा 1
पावन भुंईहा शीतल छंईहा
छत्तीसगढ़ के कोरा म
मया पिरित के भाव सनाए
धान के कटोरा म
राजीव लोचन शिवरीनारायण
रतनपुर महामाई हे
बमलाई समलाई बिलाई दाई
जन जन के सहाई हे
सत के जगमग ज्योति बरत हे
जिनगी म हे उजियारी
गिरौदपुरी के पावन माटी
सत के लगे हे कियारी
जय जय छत्तीसगढ़
महतारी महतारी महतारी
अंतरा 2
वीर नारायण गुंडाधुर अउ
मिनीमाता दाई बिलासा
परोपकार के धार बोहाए
बन के जम्मो के आशा
खुबचंद सुन्दर लाल माधव हा
सुराज के रद्दा देखाए हे
गजानंद बलदेव प्रसादे
पदुमलाल साहित सिखाए हे
(साहित के रद्दा देखाए हे)
भोरम देव के भोले बाबा
रायपुरहिन बंजारी
घटारानी जतमाई बोहाए
दमकत हे खल्लारी
जय जय छत्तीसगढ़
महतारी महतारी महतारी
अंतरा 3
महानदी अरपा पैरी के
निरमल निछमल पानी हे
संत कबीर के दोहा ला पाके
सुघराए जिनगानी हे
संगीत नाट्य कला म बंधाए
छत्तीसगढ़ के कहानी हे
कांतिकार्तिक के बानी ला
लिखे धनेन्द्र सुजानी हे
(तोर महिमा आनी बानी हे
महतारी तोर महिमा आनी बानी हे)
सुम्मत के बिरवा सिरज हे
घर अंगना फूलवारी
मनखे मनखे एक बरोबर
जन जन के हितकारी
जय जय छत्तीसगढ़
महतारी महतारी महतारी
ये माटी म जनम धरे हंव
ये माटी मोरे महतारी
धरम करम मोरे ये माटी म
ये माटी मोरे चिन्हारी
माथ नवाथौं ये माटी ला
जावत हंव बलिहारी
माथ नवाथौं ये माटी ला
जावत हंव बलिहारी
जय जय छत्तीसगढ़
महतारी महतारी महतारी