जय गंगान – बसदेवा गीत – कांतिकार्तिक | JAI GANGAN CG SONG LYRICS | BASDEVA GEET

💕 जय गंगान – बसदेवा गीत 💕
🌹 JAI GANGAN CG SONG LYRICS 🌹
🎵 CG SONG LYRICS 🎵
  • गीत – जय गंगान – बसदेवा गीत
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – मिनेश कुमार साहू
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी गीत
  • लेबल – कोक क्रिएशन



स्थायी
सुन ले संगी तहु सुजान
संसो म गुनव रोज बिहान
माई कोठी हे ठाडे उन्ना
खेत ले मंडी बेचाए धान
जय गंगान

अंतरा 1
चौमासा भर खेती बारी
सुख दुख जुरे हे संगवारी
माटी डारेंव मेहनत भारी
तब पायेंहन अन्न कुवारी
आगे महिना अग्घन जान
नई दिखे कोठार म धान
जय गंगान

सुन ले संगी तहु सुजान
संसो म गुनव रोज बिहान
माई कोठी हे ठाडे उन्ना
खेत ले मंडी बेचाए धान
जय गंगान

अंतरा 2
रास के आस हा सुन्ना पर गे
कोन कईसे मति ला हर गे
काठा पैली बम्मबर बर गे
बेटीमाई के सीग बिसरगे
गुन ले सिरतोन तहु मितान
पुरखा के जोरे पहिचान
जय गंगान

सुन ले संगी तहु सुजान
संसो म गुनव रोज बिहान
माई कोठी हे ठाडे उन्ना
खेत ले मंडी बेचाए धान
जय गंगान

अंतरा 3
सबरी ले सीख ले सगा के मान
मोरजध्वज राजा ले दान
प्रभु राम के मामा तान
ठउर ठउर बईठे भगवान
दया मया अउ धरम इमान
हमर छत्तीसगढ़ के शान
जय गंगान

सुन ले संगी तहु सुजान
संसो म गुनव रोज बिहान
माई कोठी हे ठाडे उन्ना
खेत ले मंडी बेचाए धान
जय गंगान

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