✴️ Giraudpuri Dham Ma Lyrics ✴️
❇️Panthi Geet Lyrics ❇️
- गीत – गिरौदपुरी धाम में आनंद मंगल छाए हे
- स्वर – दुकालू यादव
- गीतकार – दास मनोहर
- संगीतकार – दुकालू यादव
- लेबल – केके कैसेट
स्थायी
गिरौदपुरी धाम में आनंद मंगल छाए हे
गुरू के दरस बर देवता मन आए हे
हिरदय म बसाके सतनाम जपना
हिरदय म बसाके सतनाम जपना
ऐ झूलना म झूले ना
ऐ पलना म खेले ना
माता अमरौतिन महंगु के ललना
गिरौदपुरी धाम में आनंद मंगल छाए हे
गुरू के दरस बर देवता मन आए हे
हिरदय म बसाके सतनाम जपना
हिरदय म बसाके सतनाम जपना
ऐ झूलना म झूले ना
ऐ पलना म खेले ना
माता अमरौतिन महंगु के ललना
अंतरा 1
रूप सुंदर सुंदर गोरा गोरा तन हे
गोेरा गोरा तन हे
चमतक हे नैना मुख सुरूज बरन हे
सुरूज बरन हे
कारी घटा के गुरू काजर अंजाए हे
गुरूजी के काया म चंदन समाए हे
बाबा जी सोहे फूल फूल के गहना
बाबा जी सोहे फूल फूल के गहना
ऐ झूलना म झूले ना
ऐ पलना म खेले ना
माता अमरौतिन महंगु के ललना
अंतरा 2
ठुमुक ठुमुक रेंगे घासी मोर घूम के
घासी मोर घूम के
घुंघरू हा बाजे सुग्घर छुमछुम छुमके
छुमछुम छुमके
रेंगना म जम्मो नर नारी मन मोहरए हे
माता पिता के लाला मन हरसाए हे
आनी बानी उड़े नव रंग के रंगना
दास मनोहर जलाए दीयना
ऐ झूलना म झूले ना
ऐ पलना म खेले ना
माता अमरौतिन महंगु के ललना
गिरौदपुरी धाम मे आनंद मंगल छाए हे
गुरू के दरस बर देवता मन आए हे
हिरदय म बसाके सतनाम जपना
हिरदय म बसाके सतनाम जपना
ऐ झूलना म झूले ना
ऐ पलना म खेले ना
माता अमरौतिन महंगु के ललना
ऐ झूलना म झूले ना
ऐ पलना म खेले ना
माता अमरौतिन महंगु के ललना