- गीत – दिल मोहनी रे दीवानी गोला
- स्वर – गोफेलाल गेंदले, सावित्री गेंदले
- गीतकार – गोफेलाल गेंदले
- संगीत – सूरज महानन्द
- लेबल – केके कैसेट
स्थायी
दिल मोहनी रे दीवानी गोला
बईहा बना के तैं हा मोला
अरे दगा दे के मारे बान जोही रे छतिया ला
दगा दे के मारे बान जोही रे छतिया ला
दिल म चला के चाकू छूरा
काबर परे हावस पाछू टूरा
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
अंतरा 1
अरे अंतस के पीरा ला का बतावव
जिवरा हा मोर रोथे वो
किरिया खवा के तैं दगा म डारे
बईहा मन मोर होथे वो
अंतस के पीरा ला का बतावव
जिवरा हा मोर रोथे वो
किरिया खवा के तैं दगा म डारे
बईहा मन मोर होथे वो
संगी जहूंरिया मन कईथे तोला
हाय रे मोर चांदी के गोला
अरे दगा दे के मारे बान जोही रे छतिया ला
अरे मया दे के मारे बान रानी वो छतिया ला
अंतरा 2
दूसर के मया म मोला भूलाए
काबर तैं कहवाथस गा
अभी ले तोर बर मया हावै मोर
जीव ला झन रोवा ना गा
दूसर के मया म मोला भूलाए
काबर तैं कहवाथस गा
अभी ले तोर बर मया हावै मोर
जीव ला झन रोवा ना गा
जा रे करिया जा गड़ौना टूरा
दिल म चला के चाकू छूरा
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
अंतरा 3
घेरी बेरी तोर सुरता आथे
झूलथस नजर म वो
कईसे कहौ कहत नई बने
बाई के मोला डर म वो
घेरी बेरी तोर सुरता आथे
झूलथस नजर म वो
कईसे कहौ कहत नई बने
बाई के मोला डर म वो
मिलही मौका हा बताहूं तोला
झन तरसा ना जोही मोला
दगा दे के मारे बान बैरी रे छतिया ला
दगा दे के मारे बान लबरी छतिया ला
दिल म चला के चाकू छूरा
काबर परे हावस पाछू टूरा
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला
दगा दे के मारे बान काबर छतिया ला