दाई तोर बिन लगथे बिरान
Dai Tor Bina Lagthe Biran Lyrics
- गीत – दाई तोर बिन लगथे बिरान
- स्वर – कंचन जोशी
- गीतकार – परमानंद मोहनी
- म्यूजिक – कुलदीप राजेश
- लेबल – 360इंडिया
स्थायी
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
लगथे बिचार ला रेहे बर रतिहा
लगथे बिचार ला रेहे बर रतिहा
भाई भौजाई के संग ना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
अंतरा 1
सुरताव बेर सुरता सताथे
नान्हे पन के दुलार वो
बईहा के झूलना मा मोला झूलाए
राखे कोरा म पोटार वो
काम बूता म जिनगी खपाए
राखे सुख परिवार वो
सोच बिचार के बने सदा घर
पठोदे मोला ससुराल वो
मया म मयारू दाई बांधे रहे तैं
मया म मयारू दाई बांधे रहे तैं
छोड़ के चल के बंधना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
मया रहै मयारू रहै
पूछे नही फेर पहिचान
गोठ गोठ म छलके मया
ममता म देवौ जान
बेटी जनम के सुख सुवारथ
महतारी रहत ले मान
आए जाए म मन बिचकथे
जग बैरी लागे बिरान
जग बैरी लागे बिरान
अंतरा 2
पोरा के दिन तीजा बर भेजिस
रंग रंग रोटी धराए वो
अब मन लगथे त आथे लेहे बर
नई तो देथे सुनाए वो
काहस अब मैं लईका खेलाहूं
करम के लेख लिखाए वो
अउ आबे कोनो नई हे कहईया
अपने नता ला निभाए वो
दाई रहत दाई घर म सुख हे
दाई रहत दाई घर म सुख हे
छाना के बोलत हावौ छनना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
अंतरा 3
ओहूं बेरा म रूक जाबे रतिहा त
काबर नई देवै मान वो
रिस म रिसाए फूल रथे बड़
बोली हा लागे बिरान वो
काबर नई रखै ननंद ला कईथौ
भौजई बेटी जान वो
हर घर म सब खुशी ले रईहौ
कही नई हे झूठ समान वो
दोषी हे परमानंद मोहनी
दोषी हे परमानंद मोहनी
कलंक हावै तोर कहना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना
दाई तोर बिन लगथे बिरान वो
मोला मईके के अंगना