- गीत : चले आबे सुवाना
- स्वर : आरू साहू
- गीत : दिलीप पटेल
- संगीत : पं. विवेक नीलेश शर्मा
- लेबल : क्रिएटिव विज़न
स्थायी
तरिहरी ना मोरे ना ना सुवाना
तरिहरी ना मोरे ना नारे ना
तरिहरी ना मोरे ना ना सुवाना
तरिहरी ना मोरे ना नारे ना
चले आबे सुवाना चारा चले आबे
चले आबे सुवाना चारा चले आबे
आगे देवारी मोरो दुवारी
मिले जुले बर आबे
मिले जुले बर आबे
चले आबे सुवाना चारा चारे चले आबे
चले आबे सुवाना चारा चारे चले आबे
अंतरा 1
ये आबे अकेली तै आबे पहरि नेम घाम
ये आबे अकेली तै आबे
कोनो ल संग झन लाबे
करही बदनाम
कोनो ल झन लाबे
संगी संगवारी करके ओढारी
खेले बुले बर आबे
खेले बुले बर आबे
चले आबे सुवाना चारा चले आबे
चले आबे सुवाना चारा चले आबे
अंतरा 2
मया के लोंदी खवाहूं
राधेंव चना के दार
मन भर मैं तोला खवाहूं
मोह माया तोर पाहूं
ये रे जोड़ी दार
तोर संग म जिनगी पहाहूं
मया हे भारी मोर दोस दारी
खेले बुले बर आबे
खेले बुले बर आबे
चले आबे सुवाना चारा चरे चले आबे
चले आबे सुवाना चारा चरे चले आबे
आगे देवारी मोरो दुवारी
मिले जुले बर आबे
मिले जुले बर आबे
चले आबे सुवाना चारा चरे चले आबे
चले आबे सुवाना चारा चरे चले आबे
चले आबे सुवाना चारा चरे चले आबे