चल टूरी गोबर बिने बर – दिलीप षड़गी, छाया चन्द्राकर | CHAL TURI GOBAR BINE BAR LYRICS

चल टूरी गोबर बिने बर
CHAL TURI GOBAR BINE BAR LYRICS
CG SONG LYRICS
  • गीत – चल टूरी गोबर बिने बर
  • स्वर – दिलीप षड़गी, छाया चन्द्राकर
  • गीतकार –
  • संगीत –
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी गीत
  • लेबल – सुन्दरानी

स्थायी
हे चल टूरी गोबर बिने बर
तोर संग महूं हर जाहूं वो
अपन मन ला धीरे से मिलाहूं वो
तोला मया के पाठ पढ़ाहूं वो
अ आ इ ई उ ऊ ए

अरे चल टूरा गोबर बिने बर
मोर पाछु तैं हा आजा रे
अपन मन ला धीरे से मिलाबे रे
उहे मया के पाठ पढ़ाबे रे
अ आ इ ई उ ऊ ए

हे चल टूरी गोबर बिने बर
तोर संग महूं हर जाहूं वो
अपन मन ला धीरे से मिलाहूं वो
तोला मया के पाठ पढ़ाहूं वो
अ आ इ ई उ ऊ ए

अरे चल टूरा गोबर बिने बर
मोर पाछु तैं हा आजा रे
अपन मन ला धीरे से मिलाबे रे
उहे मया के पाठ पढ़ाबे रे
अ आ इ ई उ ऊ ए

अंतरा 1
हे नंदिया कछार कहूं जाबे अकेल्ला त
मोला बता देबे तैं हा
आ जाहूं मैं हर जल्दी वो टूरी
जेन मेर रहिबे वो तैं हा

हे नंदिया कछार कहूं जाबे अकेल्ला त
मोला बता देबे तैं हा
आ जाहूं मैं हर जल्दी वो टूरी
जेन मेर रहिबे वो तैं हा

नई देवौ धोखा आजमा लेबे मोला
नई देवौ धोखा आजमा लेबे मोला
काम बुता छोड़ आहूं वो

अरे चल टूरा पानी भरे बर
मोर पाछु तैं हा आजा रे
अपन मन ला धीरे से मिलाबे रे
उहे मया के पाठ पढ़ाबे रे
अ आ इ ई उ ऊ ए

ए चल टूरी पानी भरे बर
तोर संग महूं हर जाहूं वो
अपन मन ल धीरे से मिलाहूं वो
तोला मया के पाठ प़ढाहूं वो
अ आ इ ई उ ऊ ए

अंतरा 2
मेला मड़ई कहूं जाबे रे तैं हा त
मोला संगे म ले जाबे
जी भर घूमाबे मोला रे तैं हा
संझाती घर म ले आबे

मेला मड़ई कहूं जाबे रे तैं हा त
मोला संगे म ले जाबे
जी भर घूमाबे मोला रे तैं हा
संझाती घर म ले आबे

नई देवौ धोखा आजमा लेबे मोला
नई देवौ धोखा आजमा लेबे मोला
काम बुता छोड़ आहूं रे

अरे चल टूरी गाय दुहे बर
मोर पाछु तैं हर आजा वो
अपन मन ला धीरे से मिलाहूं वो
तोला मया के पाठ पढ़ाहूं वो
अ आ इ ई उ ऊ ए

अरे चल टूरा गाय दुहे बर
तोर संग महूं हर जाहूं रे
अपन मन ला धीरे से मिलाबे रे
उहे मया के पाठ पढ़ाबे रे
अ आ इ ई उ ऊ ए
अ आ इ ई उ ऊ ए
अ आ इ ई उ ऊ ए
अ आ इ ई उ ऊ ए

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