भाँवर परा के तोला ले जाहूं – कांतिकार्तिक | BHAWAR PARA KE TOLA LE JAHU LYRICS

भाँवर परा के तोला ले जाहूं 

BHAWAR PARA KE TOLA LE JAHU LYRICS

  • गीत – भाँवर परा के तोला ले जाहूं
  • स्वर – कांतिकार्तिक यादव
  • गीतकार – परमेश यादव
  • संगीत – ओपी देवांगन
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी गीत
  • लेबल – कोक क्रिएशन

स्थायी
भांवर परा के तोला ले जाहूं सजनी
रचा ले मोर नाव के हाथ म मेहंदी
आठो अंग लगा लेबे गोरी वो हरदी
पहिर लेबे मोर देहे मया के मुंदरी
देख देख अईना ला तैं मुसकाबे
मोला सुरता करके थोकिन लजाबे
रसता जोहत रहिबे लाहूं बाराती
अमर रही रगरो दिन हमर जांवर जोड़ी

भांवर परा के तोला ले जाहूं सजनी
रचा ले मोर नाव के हाथ म मेहंदी

अंतरा 1
सात भांवर म सात वचन हे
सातो वचन निभाबो हमर करम हे
सुख दुख के आवा जाही जईसे लागे रईथे
नई छोड़न संग ला संगी हमर धरम हे
रहिबो परिवार संग जईसे दसो अंगरी
बंधाए रही नई छुटै पिरीत के सबरी
भांवर परा के तोला ले जाहूं सजनी
रचा ले मोर नाव के हाथ म मेहंदी

अंतरा 2
अंगना दुवारी छोड़ के तैं आए
सुन्ना मोर कुरिया म मया बगराए
तुलसी के बिरवा म दीया जलाए
बेरंग दुनिया मोर रंग बिरंगी लागे
चमके रे चंदा जईसे माथ के टिकली
अगास के तारा लागे तोर नाक के नथनी
भांवर परा के तोला ले जाहूं सजनी
रचा ले मोर नाव के हाथ म मेहंदी

आठो अंग लगा लेबे गोरी वो हरदी
पहिर लेबे मोर देहे मया के मुंदरी
देख देख अईना ला तैं मुसकाबे
मोला सुरता करके थोकिन लजाबे
रसता जोहत रहिबे लाहूं बाराती
अमर रही रगरो दिन हमर जांवर जोड़ी

भांवर परा के तोला ले जाहूं सजनी
रचा ले मोर नाव के हाथ म मेहंदी

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