अंगना के तीरे तीर तुलसी – पुराना जस गीत | ANGNA KE TIR TIR TULSI LYRICS

 अंगना के तीरे तीर तुलसी
ANGNA KE TIR TIR TULSI LYRICS 
🌺 पुराना जसगीत 🌺


  • गीत – अंगना के तीरे तीर तुलसी
  • स्वर – संतोष यादव
  • गीतकार – रामहीन बाई साहू
  • संगीत – सूरज महानंद
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – संतोष यादव

 

स्थायी

अंगना के तीरे तीरे चौरा बनायेंव माँ

चौरा म तुलसी लगायेंव हो माँ

बर अघुवागे हो पीपर पछुवागे हो

निम्बुवा के डारा जुड़वास हो माँ

 

अंतरा 1

निम्बुवा के आली डाली बने हे झूलेना माँ

कौना माई झूले बर आए हो माँ

कौना माई झूले हो मईया कौना झूलावै हो

कौना माई देखे बर आए हो माँ

 

अंतरा 2

महामाई झूले हो मईया लंगुरे झूलावै हो

बूढ़ी माई देखे बर आए हो माँ

झूलना झूलावत लंगुरे बईहा लरक गे

नैना जगे हो सारी रात हो माँ

 

अंतरा 3

बईहा लरक गे चंदन मालिस करा ले वो

नैना म कजरा लगा दे हो माँ

झूलना झूलत वो बेधून होगे माया मोर

गिर गे नवलखिया के हार हो माँ

 

अंतरा 4

कउन सकेले मैया नवलखिया के हारे हो

कउन हा गुथन लागे हो माँ

सोनरा सकेले मैया नवलखिया के हारे हो

मलहा हा गुथन लागे हो माँ

 

अंगना के तीरे तीरे चौरा बनायेंव माँ

चौरा म तुलसी लगायेंव हो माँ



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