आमा के दाहरा AAMA KE DAHRA LYRICS – KANTIKARTIK YADAV

आमा के दाहरा

AAMA KE DAHRA LYRICS

  • गीत :- आमा के दाहरा
  • गायन :- कांतिकार्तिक यादव
  • छत्तीसगढ़ी :- लोक गीत
  • संगीतकार️ :- ओ पी देवांगन
मोर पहरा म नही आये ओ आमा के दाहरा
मोर पहरा म नही आये ओ आमा के दाहरा
मोर पहरा म नही आये (2)

 

अंतरा 1
आहूँ कहीके कबर दगा मा डारे,
धोखा म डारे ओ दगा मा डारे (2)
नई आबे त मै कुदावौ डाहरा ओ

आम का दाहरा मोर पहरा मा नहीं आये (2)

अंतरा 2
हावस ओ टूरी अब तै मीठ लबरी,
मन मा मै सोचेव गा दिल में बिचारेव (2)
नई आबे त मै खाहू ओ जहरा ओ
आम का दाहरा मोर पहरा मा नहीं आये (2)

अंतरा 3
नवा गा दरजी नवा रे खिलना (2)
नंदई बाजार में जरूर मिलना गा
आम का दाहरा मोर पहरा मा नहीं आये (3)

अंतरा 4
सावन मां सावा फूले भादो के कासी (2)
दुरुग मे पेशी बिलापासपुर फाँसी
आम का दाहरा मोर पहरा मा नहीं आये (3)
घन चंदा के चांदनी गा घन सुरज के जोत (2)
धंतिया के मोहनी अउ मोहे तीनो लोक रे
आमा के दाहरा मोर पहरा मा नहीं आये
आम का दाहरा मोर पहरा मा नहीं आये (4)
 

AAMA KE DAHARA CG SONG LYRICS IN ENGLISH

MOR PAHARA MA NAHI  AAYE O  AAMA KE DAHARA 
MOR PAHARA MA NAHI AAYE AAMA KE DAHARA
MOR PAHARA MA NAI AAYE
 
AAHUN KAHIKE KABAR DAGA MA DARE
DHOKHA MA DARE O DAGA MA DARE
NAI ABE TA MAI KUDAVAO DAHARA O 
AAMA KE DAHARA MOR PAHARA MA NAHI AAYE
 
HAVAS O TURI AB TAI MITH LABARI
MAN MA MAI SOCHEV GA DIL MA BICHAREV
NAI AABE TA MAI KHAHU O JAHARA O 
AAMA KE DAHARA MOR PAHARA MA NAHI AAYE
 
NAVA GA DARJI NAVA RE KHILNA
NANDAI BAJAR MA JARUR MILNA GA
AAMA KE DAHARA MOR PAHARA MA NAHI AAYE
 
SAVAN MA SAVA FULE BHADO KA KASI
DURUG ME PESHI BILASPUR ME FASI 
AAMA KE DAHARA MOR PAHARA MA NAHI AAYE
 
GHAN CHANDA KE CHANDANI GA GHAN SURUJ KE JYOT
DHANTIYA KE MOHANI AU MOHE TINO LOK RE 
AAMA KE DAHARA MOR PAHARA MA NAHI AAYE 
AAMA KE DAHARA MOR PAHARA MA NAHI AAYE

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