✴️Aage Holi Lyrics✴️
Aaru Sahu Holi Geet
- गीत – आगे होली
- स्वर – आरू साहू
- संगीतकार – मनोज, भोला यादव
- गीतकार – चुनगू ध्रुव
- छत्तीसगढ़ी होली गीत
- लेबल – सुन्दरानी
स्थायी
मांग महिना बसंत राजा हा आगे
सेमर परसा सरसो फूल ममहागे
आमा हा मउरे मउहा गोचियागे
कोयली के बोली सुग्घर मन भागे
चलो खेले होरी बांधे मया डोरी
सतरंग फागुन के मया रस छागे
मांग महिना बसंत राजा हा आगे
सेमर परसा सरसो फूल ममहागे
आमा हा मउरे मउहा गोचियागे
कोयली के बोली सुग्घर मन भागे
चलो खेले होरी बांधे मया डोरी
सतरंग फागुन के मया रस छागे
अंतरा 1
पुरवईया फूर फूर चल मन ला डोलावै
गांव गली गम के मया रस घोरावै
स्वर के देवईया शारद ला गोहराबो
ज्ञान बुद्धि उपजे जस मनौती मनाबो
पुरवईया फूर फूर चल मन ला डोलावै
गांव गली गम के मया रस घोरावै
स्वर के देवईया शारद ला गोहराबो
ज्ञान बुद्धि उपजे जस मनौती मनाबो
हां पीपर के पाना घलो उलहागे
घूमर गस्ती रूखवा घूम घूम ले छा गे
आमा हा मउरे मउहा गोचियागे
कोयली के बोली सुग्घर मन भागे
चलो खेले होरी बांधे मया डोरी
सतरंग फागुन के मया रस छागे
अंतरा 2
गेहूं के बाली हा रूमझूम ले लागे
आनी बानी फूल म अंतस ममहागे
बिहाव बटौनी गुदुम बाजा बाजे
संगी जहूंरिया मया म बंधागे
हां रही रही भौरा गावै जईसे लागे
दिल महर लाली पियर मया रंग दागे
आमा हा मउरे मउहा गोचियागे
कोयली के बोली सुग्घर मन भागे
चलो खेले होरी बांधे मया डोरी
सतरंग फागुन के मया रस छागे
मांग महिना बसंत राजा हा आगे
सेमर परसा सरसो फूल ममहागे
आमा हा मउरे मउहा गोचियागे
कोयली के बोली सुग्घर मन भागे
चलो खेले होरी बांधे मया डोरी
सतरंग फागुन के मया रस छागे
चलो खेले होरी बांधे मया डोरी
सतरंग फागुन के मया रस छागे