ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा – लाकेश्वरी सेन | A JANGAL KE RAJA MAHATARI LA LE KE AAJA LYRICS | JAS GEET LYRICS

💕 जंगल के राजा 💕
🌹 A JANGAL KE RAJA MAHATARI LA LE KE AAJA LYRICS🌹
🎵 JAS GEET LYRICS 🎵
  • गीत – जंगल के राजा
  • स्वर – लाकेश्वरी सेन
  • गीतकार – देव वर्मा
  • संगीत – मनोज दीवान
  • प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
  • लेबल – सुन्दरानी



स्थायी
ऐ गा ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा
आँखी ले झर झर मईया आँसू बरसत हे
दर्शन बर तोर भवानी नैना तरसत हे
ऐ गा ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा

अंतरा 1
जगजननी के हितवा बघवा जुग जुग देवी दीवाना
घूमत किंजरत जंगल झारी थोरकिन कदम बढ़ाना
माता सेवा बर तरसे चोला माई ला संग में लाना
झूमरत रईथौ जोहत रईथौ गावत रइथौ गाना
बदना ला बद के मईया बोहे हंव जंवारा
नेवता हे तोला जननी आबे हमरो पारा
ऐ गा ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा

अंतरा 2
बारो महिना नौ दिन राती पहुना बरोबर आए
मंदिर मंदिर माता देवाला लाली ध्वजा लहराए
ज्योत जंवारा आरा पारा घर घर दीयना जलाए
नाचे सुवना तरी हरि नाना सातो बहिनिया सकलाए
बगिया के तोर भवानी देव रखवाला
ममता बरसादे मईया बन जा सहारा
ऐ गा ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा
बदना ला बद के मईया बोहे हंव जंवारा
नेवता हे तोला जननी आबे हमरो पारा
ऐ गा ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा
ऐ गा ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा
ऐ गा ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा
ऐ गा ए जंगल के राजा महतारी ला ले के आजा



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