TOR GHAR KE ANGNA MA LYRICS
🌿Jas Geet Lyrics🌿
- गीत – तोर घर के अंगना म
- स्वर – नीलकमल वैष्णव
- गीतकार – नीलकमल वैष्णव
- संगीत – संतोष कुर्रे
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी जस गीत
- लेबल – केके कैसेट
स्थायी
तोर घर के अंगना म दाई जवा बोए हंव माता
तोर घर के अंगना म दाई जवा बोए हंव माता
चंपा चमेली मोंगरा हार हो
चंपा चमेली मोंगरा हार
के ये मोर दाई जगमग लागत हे अंजोर
के ये मोर दाई जगमग लागत हे अंजोर
तोर घर के अंगना म दाई जवा बोए हंव माता
तोर घर के अंगना म दाई जवा बोए हंव माता
चंपा चमेली मोंगरा हार हो
चंपा चमेली मोंगरा हार
के ये मोर माई जगमग करत हे अंजोर
के ये महामाया जगमग लागत हे अंजोर
अंतरा 1
लाली लुगरा म दाई लाली चुनरिया
चंदन बरन हे तोर पांव
पियर पियर दाई गोंदा के फूलवा
रतनपुरी हे तोर गांव
नेवता नेवत के दाई नेवता भेजे हंव माता
नेवता नेवत के दाई नेवता भेजे हंव माता
चंपा चमेली मोंगरा हार हो
चंपा चमेली मोंगरा हार
के ये मोर दाई जगमग लागत हे अंजोर
के ये मोर दाई जगमग लागत हे अंजोर
अंतरा 2
तोर फूल के बगिया म तुलसी के बिरवा
चारो मुड़ा लागत हे अंजोर
कहर महर करे दाई के अंगना
झूलत हे रेशम गस डोर
तोर घर के अंगना म दाई जवा बोए हंव माता
तोर घर के अंगना म दाई जवा बोए हंव माता
चंपा चमेली मोंगरा हार हो
चंपा चमेली मोंगरा हार
के ये मोर दाई जगमग करत हे अंजोर
के ये मोर दाई जगजग करत हे अंजोर
के ये मोर दाई जगमग करत हे अंजोर
के ये मोर दाई जगमग करत हे अंजोर
के ये मोर दाई जगमग करत हे अंजोर
के ये मोर दाई जगमग करत हे अंजोर