तै कहां जाबे चेपटी रे - छत्तीसगढ़ी होली गीत लिरिक्स | शिव कुमार तिवारी

🌺 तै कहां जाबे चेपटी रे 🌺
TAI KAHA JABE CHEPTI RE LYRICS
✴️छत्तीसगढ़ी होली गीत
 ✴️

  • गीत - तै कहां जाबे चेपटी रे
  • स्वर - शिव कुमार तिवारी
  • गीतकार - शिव कुमार तिवारी
  • संगीतकार - शिव कुमार तिवारी
  • छत्तीसगढ़ी होली गीत
  • लेबल - सुन्दरानी

दोस्तो होरी का रंग मौज और मस्ती का रंग होता है

अपने प्रेम अपने मया अपने प्यार के साथ जब होरी का रंग चढ़ता है

तब तन मन सब झूम कर सराबोर हो जाता है

दिल कहता है 

बीमार ए मोहब्बत की बस इतनी सी दवा करना

ए मेरी जान 

बीमार ए मोहब्बत की बस इतनी सी दवा करना

इस होली में रानी मेरे गालों में गुलाल मल देना

चाहे कैसा रंग रंगा के सितम कर के देख लो

प्यार से एक बार मेरी जान मुझे एक नजर तो देख लो

दिल का यही अंदाज होली की मस्ती में समा जाता है

दिल कहता है


स्थायी

मोर ले बोचक के रे

मोर ले बोचक के 

मोर ले बोचक के रे

मोर ले बोचक के 

मोर ले बोचक के रे

तैं कहां जाबे


तैं कहां जाबे

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के


मोर ले बोचक के रे

मोर ले बोचक के 

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के


अंतरा 1

लाली सादा रंग तोरे रंग म हे जादू

चढ़थे मस्ती म दिल नई रहै काबू

चढ़थे मस्ती म दिल नई रहै काबू


अरे काया ल तैं कुनकुना देथस

अरे काया ल तैं कुनकुना देथस

अरे पेट म उतर के

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के

अंतरा 2

अरे अड़वा के संग तोरे बढ़ जाथे सवाद रे

अईठे लगथे गुड्डू खोजे लगथे साथ रे

अईठे लगथे गुड्डू खोजे लगथे साथ रे


अरे अड़वा के संग तोरे बढ़ जाथे सवाद चेपटी रे

अरे अड़वा के संग तोरे बढ़ जाथे सवाद

अईठे लगथे गुड्डू खोजे लगथे साथ


अरे तररररर हो जाथे चोला चेपटी

अरे तररररर हो जाथे चोला चेपटी

हां तोर साथ म चटक के

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के


मोर ले बोचक के रे

मोर ले बोचक के रे

मोर ले बोचक के 

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के

तैं कहां जाबे चेपटी रे मोर ले बोचक के

Comments