आगे हावय होरी के तिहार - नीलकमल वैष्णव | Aage Have Hori Tihar Lyrics | NeelKamal Vaishnav Holi Geet Lyrics
Aage Have Hori Tihar Lyrics
✴️ Holi Geet Lyrics ✴️
- गीत - आगे हावय होरी के तिहार
- स्वर - नीलकमल वैष्णव
- गीतकार - नीलकमल वैष्णव
- संगीतकार - राजेन्द्र गिरी गोस्वामी
- लेबल - आर के कैसेट
बड़ लुभावनी फागुन महिना
रंग बिरंग के तिहार
देवर भौजाई संगी जहूंरिया
रिमझिम पावन फुहार
वृन्दावन कृष्णचन्द्र की
जय
स्थायी
आगे हावै होरी के तिहार वो
आगे हावै होरी के तिहार वो
रंग डारन दे मोला
आगे हावै होरी के तिहार वो
रंग डारन दे मोला
रंग डारन दे मोला रंग डारन दे मोला
रंग डारन दे मोला रंग डारन दे मोला
आगे हावै होरी के तिहार वो
रंग डारन दे मोला
अंतरा 1
लबरी मया कर के झन तैं भूलाबे वो
रंग ला घोरत हंव रे झन तैं डराबे वो
तहूं अस कारी अउ महूं हा करिया वो
चल असनांदे जाबो बधवा तीर के तरिया वो
आगे हावै होरी के तिहार वो
रंग डारन दे मोला
अंतरा 2
तोरो रंग लाली अउ मोरो रंग लाली वो
आ तोला मैं रंगाहूं मन के रानी वो
तोरो रंग लाली अउ मोरो रंग लाली वो
आ तोला मैं रंगाहूं मन के रानी वो
आगे हावै होरी के तिहार वो
रंग डारन दे मोला
आगे हावै होरी के तिहार वो
रंग डारन दे मोला
रंग डारन दे मोला रंग डारन दे मोला
रंग डारन दे मोला रंग डारन दे मोला
आगे हावै होरी के तिहार वो
रंग डारन दे मोला
आगे हावै होरी के तिहार वो
रंग डारन दे मोला
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