रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे - दुकालू यादव | फाग गीत लिरिक्स

🌺 रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे 🌺
RANG AU GULAL MA KA MOHNI DARE LYRICS
✴️दुकालू यादव फ़ाग गीत✴️

  • गीत - रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे
  • स्वर - दुकालू यादव
  • संगीतकार - दुकालू यादव
  • एल्बम - फोकट के रंग फोकट के भंग
  • छत्तीसगढ़ी होली गीत
  • लेबल - केके कैसेट

स्थायी

रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे

रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे

दुनिया मोहागे तोर मोहनी म कन्हैया

दुनिया मोहागे तोर मोहनी म कन्हैया

कोन जनी का जादू मंतर ला मारे

कोन जनी का जादू मंतर ला मारे


अंतरा 1

राधा ला मोही डारे तोर मया के रंग म

कोन जनी का घोर के डारे ओखर अंग म

अरे डारे ओखर अंग म जी डारे ओखर अंग म

कोन जनी का घोर के डारे ओखर अंग म


मन मोहे मोहना बजा के तैं बांसुरिया

रास ल रचाए जमुना किनारे

रास ल रचाए जमुना किनारे


अंतरा 2

मीरा मोहागे अउ होगे तोर दिवानी 

तोर नाव कर दिस वो अपन जिन्दगानी

अरे अपन जिन्दगानी वो अपन जिन्दगानी

तोर नाव कर दिस वो अपन जिन्दगानी


राज पाठ छोड़े अउ बन गे वो जोगनिया

तोर दरस के खातिर तोला पुकारे

तोर दरस के खातिर तोला पुकारे

अंतरा 3

भक्ति के रंग में तोर मोहागे सुदामा

कई ठन रूप धरे हरे कृष्णा रामा

हरे कृष्णा रामा हो हरे कृष्णा रामा

कई ठन रूप धरे हरे कृष्णा रामा


तोर प्रेम रंग में मोहागे गा कोसरिया

फागुन के रंग म सब ला मिंझारे

फागुन के रंग म सब ला मिंझारे


रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे

रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे

रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे

रंग अउ गुलाल म का मोहनी डारे


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