रंग डारे के तिहार आगे RANG DARE KE TIHAR AAGE LYRICS – DUKALU YADAV छत्तीसगढ़ी होली गीत लिरिक्स

  रंग डारे के तिहार आगे
RANG DARE KE TIHAR AAGE LYRICS
छत्तीसगढ़ी होली गीत
  • गीत – रंग डारे के तिहार आगे
  • स्वर – दुकालू यादव
  • गीतकार – दुकालू यादव
  • संगीतकार – दुकालू यादव
  • छत्तीसगढ़ी होली गीत
  • लेबल – केके कैसेट

 

 

आगे रे आगे रे 

आगे रे आगे रे

आगे रे आगे रे 

आगे रे आगे ना

 

स्थायी

रंग डारे के तिहार आगे

साल में एक बार

रंग डारे के तिहार आगे

साल में एक बार

 

रंग लौ रंगा लौ जीव ला जुड़ा लौ

रंग लौ रंगा लौ जीव ला जुड़ा लौ

आगे फागुन तिहार 

आगे फागुन तिहार 

 

अंतरा 1

नाचे नाचे के मन हा करथे 

फागुन महिना झूम झूम के

गाए बजाए के मन हा करथे

गांव गली म घूम घूम के

 

बजे नंगारा आरा पारा

बजे नंगारा आरा पारा

गुंजत हे संसार

गुंजत हे संसार

 

रंग डारे के तिहार आगे

साल में एक बार

 

अंतरा 2

बैरी घलो हा मितवा लागे

मया पिरीत के होरी रे

जउन हा खेले ये होरी ला 

बंध जाथे एके डोरी रे

 

प्रेम कोसरिया कईथे भैया 

प्रेम कोसरिया कईथे भैया 

ले ले मया अउ दुलार

ले ले मया अउ दुलार

रंग डारे के तिहार आगे

साल में एक बार

 

रंग लौ रंगा लौ जीव ला जुड़ा लौ

रंग लौ रंगा लौ जीव ला जुड़ा लौ

आगे फागुन तिहार 

आगे फागुन तिहार 

 
RANG DARE KE TIHAR AAGE MP3 SONG 

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