झन जा राधा होबे लाले लाल - दुकालू यादव | फाग गीत लिरिक्स

झन जा राधा होबे लाले लाल
JHAN JA RADHA HOBE LALE LAL LYRICS
दुकालू यादव फाग गीत

  • गीत - झन जा राधा होबे लाले लाल
  • स्वर - दुकालू यादव
  • संगीतकार - दुकालू यादव
  • एल्बम - गदर मताही कन्हैया
  • छत्तीसगढ़ी होली गीत
  • लेबल - केके कैसेट


स्थायी

झन जा राधा होबे लाले लाल वो

झन जा राधा होबे लाले लाल वो

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल


झन जा राधा होबे लाले लाल वो

झन जा राधा होबे लाले लाल वो

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल


चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल वो सरारारारा

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल वो सरारारारा

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल


ऐ होरी खेलत हे नंद लाल वो

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

अंतरा 1

गोपी गुवाला सब पोताए 

अईसे मन मोहना हे रंगाए

ललिता बिसाखा नई चिन्हाए 

चन्द्रवली देख के भगाए


ये दे चन्द्रवली देख के भगाए 

चन्द्रवली देख के भगाए

ये दे चन्द्रवली देख के भगाए 

चन्द्रवली देख के भगाए


ये नई छोड़े रंगे बिन गोपाल वो

नई छोड़े रंगे बिन गोपाल वो

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

अंतरा 2

मोहना धरे हे पिचकारी 

मारत हे रंग आरी पारी

रंग में बुड़े हे नर नारी

सब ला रंगत हे बनवारी


ये दे सब ला रंगत हे बनवारी 

सब ला रंगत हे बनवारी


ए दिखे सबो हाल ले बेहाल वो

दिखे सबो हाल ले बेहाल वो

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल


चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल वो सरारारारा

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल वो सरारारारा

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल


ए होरी खेलत हे नंद लाल वो

होरी खेलत हे नंद लाल वो

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल

चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल


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