हाय रे जकाड़ो - किसन सेन | छत्तीसगढ़ी होली गीत

 हाय रे जकाड़ो
🌿HAY RE JAKADO LYRICS🌿
✴️छत्तीसगढ़ी होली गीत लिरिक्स✴️

  • गीत - हाय रे जकाड़ो
  • स्वर - किसन सेन
  • गीत - दीपक सारथी
  • संगीतकार - सूरज महानंद
  • छत्तीसगढ़ी होली गीत
  • लेबल - Kisan Sen CG Singer 

स्थायी

फागुन के फांदा म फंसाहूं तोला वो

नई छोड़ौ रंगे बिन रंगाहूं तोला वो

फागुन के फांदा म फंसाहूं तोला वो

नई छोड़ौ रंगे बिन रंगाहूं तोला वो

गोरी गांव के

गोरी गांव के रे हाय रे मोर

हाय रे जकाड़ो गोरी गांव के


फागुन के फांदा म फंसाहूं तोला वो

नई छोड़ौ रंगे बिन रंगाहूं तोला वो

गोरी गांव के

गोरी गांव के रे हाय रे मोर

हाय रे जकाड़ो गोरी गांव के


अंतरा 1

रंग घोरे हंव मया के रे तोला नहवाहूं

तोला नहवाहूं 

सुग्घर मिले मौका गोरी अईसन कहां पाहूं

अईसन कहां पाहूं


रंग घोरे हंव मया के रे तोला नहवाहूं

तोला नहवाहूं 

सुग्घर मिले मौका गोरी अईसन कहां पाहूं

अईसन कहां पाहूं


पीला हरियर लाल गुलाल रचाहूं तोला वो

पीला हरियर लाल गुलाल रचाहूं तोला वो

सुरता नई भूलाबे सुरता आहू तोला वो

गोरी गांव के

गोरी गांव के रे हाय रे मोर

हाय रे जकाड़ो गोरी गांव के

अंतर 2

पहिरे उज्जर उज्जर कपड़ा रंग देहूं मैं आज वो

रंग देहूं मैं आज

जेती जाबे तेती आहूं कोनो कोती भाग वो

कोनो कोती भाग


पहिरे उज्जर उज्जर कपड़ा रंग देहूं मैं आज वो

रंग देहूं मैं आज

जेती जाबे तेती आहूं कोनो कोती भाग वो

कोनो कोती भाग


पाछू आहूं मैं हर आहूं पाहूं तोला वो

पाछू आहूं मैं हर आहूं पाहूं तोला वो

तन मन भींग जाही भींग जाही चोला वो

गोरी गांव के

गोरी गांव के रे हाय रे मोर

हाय रे जकाड़ो गोरी गांव के


फागुन के फांदा म फंसाहूं तोला वो

नई छोड़ौ रंगे बिन रंगाहूं तोला वो

फागुन के फांदा म फंसाहूं तोला वो

नई छोड़ौ रंगे बिन रंगाहूं तोला वो

गोरी गांव के

गोरी गांव के रे हाय रे मोर

हाय रे जकाड़ो गोरी गांव के

हाय रे जकाड़ो गोरी गांव के

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