AAGE HORI TIHAR LYRICS
छत्तीसगढ़ी होली गीत
- गीत – आगे होरी तिहार
- स्वर – कांतिकार्तिक यादव
- गीतकार – मीर अली मीर जी
- संगीतकार – ओपी देवांगन
- छत्तीसगढ़ी होली गीत
- लेबल – 360INDIA
होरी रंग म रंगे फिरत हे
उड़त हे रंग गुलाल
सबो धरम के एकेच रद्दा
झन फेकै कोनो जाल
झन फेकै कोनो जाल
झन फेकै कोनो जाल
स्थायी
सबो रंग ला घोर के मिझार देवौ जी
सबो रंग ला घोर के मिझार देवौ जी
आगे होरी तिहार जय जोहार लेवौ जी
सबो रंग ला घोर के मिझार देवौ जी
सबो रंग ला घोर के मिझार देवौ जी
आगे होरी तिहार जय जोहार लेवौ जी
अंतरा 1
काखर बारी के करेला करू करू करवाए
काखरो संग पटे नही तारी खिले फूले उल्हूवाए
काखर बारी के करेला करू करू करवाए
काखरो संग पटे नही तारी खिले फूले उल्हूवाए
सरर सरर ले करोती कटार लेवौ जी
सरर सरर ले करोती कटार लेवौ जी
आगे होरी तिहार जय जोहर लेवौ जी
आगे होरी तिहार जय जोहर लेवौ जी
अंतरा 2
जुगूर जागर बरे आंखी घूरे काजर अंजाए
बटबट ले नाचै नचकारी कुटी कुटी कर जाए
जुगूर जागर बरे आंखी घूरे काजर अंजाए
बटबट ले नाचै नचकारी कुटी कुटी कर जाए
भर के मारौ पिचकारी फुहार लेवौ जी
भर के मारौ पिचकारी फुहार लेवौ जी
आगे होरी तिहार जय जोहार लेवौ जी
आगे होरी तिहार जय जोहार लेवौ जी
सबो रंग ला घोर के मिझार देवौ जी
सबो रंग ला घोर के मिझार देवौ जी
आगे होरी तिहार जय जोहार लेवौ जी
आगे फागुन तिहार जय जोहार लेवौ जी