सिल सिलया बानी निचट कोढ़िहा भाटो
Nichat Kodhiya Bhato Lyrics
Garima Diwakar CG Bihav Geet
- गीत – सिल सिलया बानी
- स्वर – गरिमा दिवाकर, स्वर्णा दिवाकर
- एल्बम – पाणि ग्रहण
- प्रकार – छत्तीसगढ़ी विवाह गीत
- लेबल – केके कैसेट
स्थायी
सिल सिलया बानी निचट कोढ़िहा भाटो
निचट कोढ़िहा भाटो तोला थोरको रेंगे नई तो जाए गा
कईसे घेरी बेरी तैं हा थिराए गा भाटो
तोला साबर धरे नई तो आवै गा
अंतरा 1
ए बेलबेलहा भाटो हे बड़ मटमटहा वो
बड़ मटमटहा समधिन मन ल देख मुसकाए वो
ये तो महेला कस चाल देखाए वो दीदी
येला चिटको शरम नई तो लागै वो
अंतरा 2
निच्चट जोजवा हस परबुधिया भाटो
तैं परबुधिया भाटो तोला कबरी छेरी हा पटाए गा
ये तोर बहिनी भगागे उड़हरिया गा भाटो
तोर नाक हा गए कटाए गा
अंतरा 3
ये दे भाटो मेछर्रा के टोनगी भोसक गे जी
टोनगी भोसक गे ये हा बोकरा सही नरियाए जी
येला कोनहो टूरी नई तो भाए जी संगी तभो
आगु आगु मेछरावै जी
कईसे घेरी बेरी तैं हा थिराए गा भाटो
तोला साबर धरे ल नई तो आवै गा