निशा चढ़गे हे भारी मोला मउहा दारू के - दुकालू यादव | छत्तीसगढ़ी होली गीत लिरिक्स

 निशा चढ़गे हे भारी मोला
Nisha Chadge He Bhari Mola Lyrics
 ✴️छत्तीसगढ़ी होली गीत✴️

  • गीत - निशा चढ़गे हे भारी 
  • स्वर - दुकालू यादव
  • गीतकार - दुकालू यादव
  • संगीतकार - दुकालू यादव 
  • लेबल - केके कैसेट

स्थायी

ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे


ये निशा चढ़गे हे गा निशा चढ़गे हे

ये निशा चढ़गे हे गा निशा चढ़गे गा

ये निशा चढ़गे हे


ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

अंतरा 1

अरे पउवा पिहूं सोचे रेहेंव पी पारेंव अद्धी

अद्धी के जब निशा लागिस बकेव रद्दी रद्दी

ये दे बकेव रद्दी रद्दी जी बकेव रद्दी रद्दी

अरे बकेव रद्दी रद्दी जी बकेव रद्दी रद्दी

अउ मार पर गे हे भारी मोला

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

अंतरा 2

अरे ददा पिये दारू कहिके लईका देवै गारी

मुहु ला फुलोके बईठे घर के मोरे नारी

ये दे घर के मोर नारी जी घर के मोर नारी

ये दे घर के मोर नारी जी घर के मोर नारी

अउ मति हर गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

अंतरा 3

अरे पारा भर जहुंरिया में होगे बदनामी

कब छोड़ही पाछु मोर ये मउहा के पानी

अरे ये मउहा के पानी जी ये मउहा के पानी

ये मउहा के पानी जी ये मउहा के पानी

अउ आदत पर गे हे भारी मोला

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे


ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे


ये निशा चढ़गे हे गा निशा चढ़गे हे

ये निशा चढ़गे हे गा निशा चढ़गे गा

ये निशा चढ़गे हे


ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

ये निशा चढ़गे हे भारी मोला 

मउहा दारू के निशा चढ़गे हे

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