सत के धाम गिरौदपुरी
Sat Ke Dham Giraudpuri Lyrics | Panthi Song Lyrics
- गीत – सत के धाम गिरौदपुरी
- स्वर – स्वर्णा दिवाकर, गरिमा दिवाकर
- गीत – दास मनोहर
- संगीत – संतोष दिवाकर
- लेबल – अंजोर
बोल परमपुज्य घासीदास बाबा की जय
स्थायी
अरे सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
ये सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
अरे सतनाम के श्रद्धालु मन गुरू बाबा के मयारू मन
सतनाम के श्रद्धालु मन गुरू बाबा के मयारू मन
आवत रथे बारो महिना
सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
अरे सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
अंतरा 1
ये चरण कुंड अउ अमृत कुंड के पानी म तर जाथे जिवरा
अरे छाता पहाड़ के भभूत म संतो हर जाथे जी दुख पीरा
ये जोंक नदी धार बहे घन बन डोंगरी पहाड़ी
अरे बेंदरा बघवा भालू घलो बन जाथे सत के पुजारी
अरे कतको आथे भुईया नापत
मने मन म मनौती मनावत
अरे कतको आथे भुईया नापत
मने मन म मनौती मनावत
पाथे जी गुरू के किरपा
सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
अंतरा 2
ये औरा धौरा म पाए गुरू ज्ञानी सत्यनाम अनमोल
ये घूमी घूमी देखे लईका सियान बघवा मड़ा के खोल
सकुरा मठ में सकुरा माता के सुनाथे जी मीठ बोली
ये पावन लागे गुरू के घर अउ धन हा बहरा डोली
सब ले उंचा जैतखाम के दर्शन
पा के होथे तन मन परसन
सब ले उंचा जैतखाम के दर्शन
पा के होथे तन मन परसन
हिरदय नाचे खुशी म
अरे सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
अरे सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
अरे सतनाम के श्रद्धालु मन गुरू बाबा के मयारू मन
अरे सतनाम के श्रद्धालु मन गुरू बाबा के मयारू मन
आवत रथे बारो महिना
अरे सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
अरे सत के धाम गिरौदपुरी धाम के अपरंपार हे महिमा
जय सतनाम जय सतनाम
सब मिल बोलो जय सतनाम
सन्ना ना नन्ना मोर नन्ना हो ललना
सन्ना ना नन्ना मोर नन्ना हो ललना
सन्ना ना नन्ना मोर नन्ना हो ललना
सन्ना ना नन्ना मोर नन्ना हो ललना