- गीत – मोला तो मया हे सतनाम ले
- स्वर – कांतिकार्तिक यादव
- गीतकार – ईश्वर कुमार ‘बंधी’
- संगीतकार – ओ.पी. देवांगन
- लेबल – कोक क्रिएशन
स्थायी
सत के सांचा म ढाले जग संसार हो
मोला तो मया हे सतनाम ले
सत के सांचा म ढाले जग संसार हो
मोला तो मया हे सतनाम ले
सुमिरन कर ले रे मन के परेवना हो
सुमिरन कर ले रे मन के परेवना
मुकति ल पाबे गुरू नाम ले
मुकति ल पाबे गुरू नाम ले
अंतरा 1
बन गिनहा के कर ले परख हो
सत के जिनिस ल निमार ले
गुरू के रेंगाए रेंग धर के मारग हो
जिनगी म बचन उतार ले
बन गिनहा के कर ले परख हो
सत के जिनिस ल निमार ले
गुरू के रेंगाए रेंग धर के मारग हो
जिनगी म बचन उतार ले
सुघराही जिनगी हा सुग्घर करम ले हो
सुघराही जिनगी हा सुग्घर करम ले
उजरा जाबे दिन मान ले
उजरा जाबे दिन मान ले
अंतरा 2
छोटे बड़े जात पात ना कोनो अछूत हो
सतनाम एक जग सार हे
झन देवौ दुख पर जीव ल सुजान हो
उहु जीव जीवन हमार हे
छोटे बड़े जात पात ना कोनो अछूत हो
सतनाम एक जग सार हे
झन देवौ दुख पर जीव ल सुजान हो
उहु जीव जीवन हमार हे
ऐती ओती सबो कोती बसे परमात्मा हो
ऐती ओती सबो कोती बसे परमात्मा
हिरदय हमर सत धाम हे
हिरदय हमर सत धाम हे
अंतरा 3
गुरू घासी दास बाबा मैं लईका तुहार हो
सत्य अउ धरम गुण ज्ञान दे
जुग जुग बाबा तोेरे महिमा बखानिहौ
भीतर म पल पल भान के
गुरू घासी दास बाबा मैं लईका तुहार हो
सत्य अउ धरम गुण ज्ञान दे
जुग जुग बाबा तोेरे महिमा बखानिहौ
भीतर म पल पल भान के
चोला ल उबार लेबे कांतिकार्तिक के हो
चोला ल उबार लेबे कांतिकार्तिक के
बाचे रहौ मैं हा अभिमान ले
जिनगी संवारौ स्वाभिमान ले
सत के सांचा म ढाले जग संसार हो
मोला तो मया हे सतनाम ले
सत के सांचा म ढाले जग संसार हो
मोला तो मया हे सतनाम ले