- गीत – दाई ददा के पुजारी
- गायक – दास मनोहर, लता घृतलहरे
- गीतकार – दास मनोहर
- संगीतकार – ?
- लेबल – एस बी म्यूजिक कोरबा
सेवा कर ले माता पिता के
गुरू के कर ले भक्ति गा
सत्यनाम म ध्यान लगा ले
हो जाही मुक्ति गा
स्थायी
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
सुत उठ के बड़े बिहनिया माथ नवा ले गा
गुरू घासी के अमृतवाणी मन हिरदय बसा ले गा
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
अंतरा 1
सात धार के दूध पियाए बांधे ममता के डोरी
अचरा के झूलना झूलाए दाई गा के सुग्घर लोरी
अचरा के झूलना झूलाए दाई गा के सुग्घर लोरी
छुटे नई छुटावै करजा लहू देवईया बाप के
पाल पोस के बड़े करे तोला दुख पीरा ला ताप के
पाल पोस के बड़े करे तोला दुख पीरा ला ताप के
दाई ददा हे जुड़ पुरवईया बईठ थीरा ले गा
बीना मांगे ये हा आशीष देथे तैं हर पा ले गा
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
अंतरा 2
दाई ददा के दिल दुखाबे विधाता ला दुख होही
बेटा बहू के चक्कर म कोनो माता पिता हा रोही
बेटा बहू के चक्कर म कोनो माता पिता हा रोही
तोर लईका हा तोला सताही चुकाए ल परही बदला
करनी के फल ला भोगे ला परही तोला मोला सब ला
करनी के फल ला भोगे ला परही तोला मोला सब ला
जियत देवता दाई ददा के सेवा बजा ले गा
कईथे दास मनोहर मुक्ति के मारग बना ले गा
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
सुत उठ के बड़े बिहनिया माथ नवा ले गा
गुरू घासी के अमृतवाणी मन हिरदय बसा ले गा
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी
दाई ददा के पुजारी बन जा मोर संगवारी