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विपत्ती हरो हरि मोर - कविता वासनिक | Vipatti Haro Hari Mor Lyrics | Dharohar CG Song | old cg song lyrics

✴️विपत्ती हरो हरि मोर - धरोहर✴️
❇️old cg song lyrics❇️

  • गीत - विपत्ती हरो हरि मोर
  • स्वर - कविता वासनिक 
  • गीत - खुमान साव, गिरजा कुमार सिन्हा 
  • संगीत - खुमान साव, गिरजा कुमार सिन्हा
  • एल्बम - धरोहर
  • लेबल - T-SERIES

स्थायी

विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर


विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर


विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर


अंतरा 1

मया मोह म फंसे हो जईसे

फंसे हे गुड म मांखी

बीच भंवर म अंध बंधाए हो

धुधरा गे अब आंखी


विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर


विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर


अंतरा 2

छिन छिन उमर घुरत हे जईसे

पानी म बुड़े ढेला

दिन ब दिन निरस लागत हे

ये जिनगी के मेला


विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर


अंतरा 3

आहाम टूट गे सब सपना कस 

भार लागत हे काया

लेव समेट आ के अब प्रभु जी

तन तंबू के माया


विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

विपत्ती हरो हरि मोर

बंधना छोरो बंदी छोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

तुंहर छोड़ के हरि जी कोन हे मोर

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