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परदेसी सगा मोर - चंपा निषाद, डिमान सेन | Pardesi Saga Mor Lyrics | Champa Nishad, Diman Sen CG Song Lyrics

🌹परदेसी सगा मोर🌹
💕Pardesi Saga Mor Lyrics💕
Champa Nishad, Diman Sen - CG Song Lyrics

  • गीत - परदेसी सगा
  • स्वर - चंपा निषाद, डिमान सेन
  • गीत - छन्नू नंदा
  • संगीत - सेवकराम यादव 
  • लेबल - क्रिएटिव विज़न 

स्थायी

परदेसी सगा रे झन दूरिहाबे मोला छोड़ के

परदेसी सगा रे झन दूरिहाबे मोला छोड़ के

तोर सुरता मोला घेरी बेरी आही गा हो

तोर सुरता मोला घेरी बेरी आही गा

राखे रइबे मया जोर के


नई देवौ दगा वो 

जाहूं कहां संगी तोला छोड़ के

नई देवौ दगा वो 

जाहूं कहां संगी तोला छोड़ के

अंतरा 1

मन मंदिर के तैं मोर राजा 

मैं हावौ तोर दासी गा

मैं हावौ तोर दासी

बेरा कुबेरा तोर सुरता म 

आथे मोला रोवासी

आथे मोला रोवासी


मन मंदिर के तैं मोर राजा 

मैं हावौ तोर दासी गा

मैं हावौ तोर दासी

बेरा कुबेरा तोर सुरता म 

आथे मोला रोवासी गा

आथे मोला रोवासी


तोर बिना मोला कुछु नई भावै गा हाय

तोर बिना मोला कुछु नई भावै गा

बैरी होगे पैरी गोड़ के


नई देवौ दगा वो 

जाहूं कहां संगी तोला छोड़ के

नई देवौ दगा वो 

जाहूं कहां संगी तोला छोड़ के

अंतरा 2

कईसे बतावव मैं हा वो रानी 

मोरो मन के बात वो

मोरो मन के बात

छुट जाही भले संगी जहूंरिया 

नई छुटै तोरे साथ वो

नई छुटै तोरे साथ


कईसे बतावव मैं हा वो रानी 

मोरो मन के बात वो

मोरो मन के बात

छुट जाही भले संगी जहूंरिया 

नई छुटै तोरे साथ वो

नई छुटै तोरे साथ

सुख्खा नंदिया कस हो जाही जिनगी मोर हाय

सुख्खा नंदिया कस हो जाही जिनगी मोर

जेहा नई हे कोनो मोल के

परदेसी सगा रे झन दूरिहाबे मोला छोड़ के

परदेसी सगा रे झन दूरिहाबे मोला छोड़ के

अंतरा 3

डर हे बैरी जमाना के मोला

कईसे तोला पाहूं गा

कईसे तोला पाहूं 

अरे नाना किरीया हावै संसो झन कर 

बिहा रचा ले जाहूं वो

बिहा रचा ले जाहूं


डर हे बैरी जमाना के मोला

कईसे तोला पाहूं गा

कईसे तोला पाहूं 

अरे नाना किरीया हावै संसो झन कर 

बिहा रचा ले जाहूं वो

बिहा रचा ले जाहूं


कहूं दगा तैं देबे मोला गा हाय

कहूं दगा तैं देबे मोला गा

पीहूं महूरा ला घोर के


नई देवौ दगा वो 

जाहूं कहां संगी तोला छोड़ के

परदेसी सगा रे 

झन दूरिहाबे मोला छोड़ के

तोर सुरता मोला घेरी बेरी आही वो हाय

तोर सुरता मोला घेरी बेरी आही वो

राखे रइबे मया जोर के


परदेसी सगा रे 

झन दूरिहाबे मोला छोड़ के

परदेसी सगा रे 

झन दूरिहाबे मोला छोड़ के

हां जाहूं कहां संगी तोला छोड़ के

हां झन दूरिहाबे मोला छोड़ के

अरे ना रे ना जाहूं कहां संगी तोला छोड़ के


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