- गीत - मंगनी म मांगे मया नई मिले
- स्वर - कविता वासनिक
- गीत - लक्ष्मण मस्तुरिहा
- संगीत - गोविंद - केके पाटिल
- लेबल - सुंदरानी
स्थायी
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
अंतरा 1
फंदा रे फंदा मया के
हांहां हांहां हांहां
मया के फंदा
मया के फंदा
दिखे म लोभ लाए
पाए म ठंडा रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
अंतरा 2
नजर मीला के खेल डारे
हांहां हांहां हांहां
खेल डारे पासा
खेल डारे पासा
चोला मगन
कुछु पाए के आशा रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
अंतरा 3
पाए म माटी गंवाए म
हांहां हांहां हांहां
गंवाए म हीरा
गंवाए म हीरा
छिन भर के मया
अउ छिन भर के पीरा रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
अंतरा 4
मया के आंजे काजर के
हांहां हांहां हांहां
काजर के कोठी
काजर के कोठी
कतको लूकाबे
तभो दाग होही रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
अंतरा 5
मया बर पीरा अउ पीरा बर
हांहां हांहां हांहां
पीरा बर मया
पीरा बर मया
नई लागे कोनो ल
कोनो बर दया रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म
मंगनी मांगे मया नई मिले रे मंगनी म