- गीत - मुंदरी रे मुंदरी
- स्वर - अल्का चन्द्राकर, सुनील सोनी
- गीत - डॉ. रामनारायण ध्रुवे
- संगीत - माधव चन्द्राकर, रामनारायण
- लेबल - अम्बा म्यूजिक छत्तीसगढ़
स्थायी
मुंदरी रे मुंदरी सगुन मुंदरी
डारे अंगरी म गा
मोहनी रे मोहनी कसर मोहनी
लागे भीतरी म वो
मुंदरी रे मुंदरी सगुन मुंदरी
डारे अंगरी म गा
मोहनी रे मोहनी कसर मोहनी
लागे भीतरी म वो
अंतरा 1
डोहड़ी हे राजा रे मोंगरा के फूल
छुबे झन बैरी नजर जाही झूल
डारे नजर काबर आंखी म वो
मारे मंतर काबर छाती म वो
डोहड़ी हे राजा रे मोंगरा के फूल
छुबे झन बैरी नजर जाही झूल
डारे नजर काबर आंखी म वो
मारे मंतर काबर छाती म वो
हरदी रे हरदी पीयर हरदी
रंगे हरदी म गा
मोहनी रे मोहनी कसर मोहनी
लागे भीतरी म वो
अंतरा 2
पुनवासी चंदा के बगरे अंजोर
फूलकासी पिरिया के बांध ले डोर
लाली कई डिबिया सिंदूर चुटकी
कारी कारी गोदना रे तीन बुंदकी
पुनवासी चंदा के बगरे अंजोर
फूलकासी पिरिया के बांध ले डोर
लाली कई डिबिया सिंदूर चुटकी
कारी कारी गोदना रे तीन बुंदकी
चकरी रे चकरी भंवर चकरी
बांधे चकरी म वो
हां मुंदरी रे मुंदरी सगुन मुंदरी
डारे अंगरी म गा
मोहनी रे माहेनी कसर मोहनी
लागे भीतरी म वो
मुंदरी रे मुंदरी सगुन मुंदरी
डारे अंगरी म गा
मोहनी रे माहेनी कसर मोहनी
लागे भीतरी म वो