- गीत : का पाये तैं हा भोला
- गायक : दुकालू यादव
- गीतकार : दुकालू यादव
- संगीतकार : दुकालू यादव
- लेबल : सुन्दरानी
स्थायी
का पाये तैं हा भोला गा भोला
मया ला बाट के
का पाये तैं हा भोला गा भोला
मया ला बाट के
अपनेच हाथ में लईका के मुड़ी ला काट के
अपनेच हाथ में लईका के मुड़ी ला काट के
अंतरा 1
मइल के माते सिरी मूर्ति एक गढ़े हे
मूर्ति एक गढ़े हे
जीव पार के जगतारनी जिद म अड़े हे
जिद म अड़े हे
गिरजा पुत्र गजानन पहरा दे बर खड़े हे
होनी के अईसे होना बम लहरी संग लड़े हे
घट घट के वासी होगे
घट घट के वासी होगे
घट घट के वासी होगे
घर के ना घाट के
अपनेच हाथ में लईका के मुड़ी ला काट के
अपनेच हाथ में लईका के मुड़ी ला काट के
अंतरा 2
सरी जगत के चलईया सोचे अपन मन में
सोचे अपन मन में
का करौं अऊ कईसे दुख हा छा गे तन में
दुख हा छा गे तन में
जननी बने हे ज्वाला समय के उही पन में
जोखा जमाये भोला बेरा के उही छन में
गज मुख ला जोड़े शिव जी
गज मुख ला जोड़े शिव जी
गज मुख ला जोड़े शिव जी
विधना ला छाट के
अपनेच हाथ में लईका के मुड़ी ला काट के
अपनेच हाथ में लईका के मुड़ी ला काट के
अंतरा 3
मया जागे मईया के विधि के गति बदल गे
विधि के गति बदल गे
उही दिन ले गजराज के भाग हा घलो संवारगे
भाग हा घलो संवारगे
बन गे गणेश राजा बल बुद्धि अऊ गियान के
अर्पन करे कोसरिया अपन करेजा चान के
पा गे प्रेम पूरबिया
पा गे प्रेम पूरबिया
पा गे प्रेम पूरबिया
अजय ला पाट के
अपनेच हाथ में लईका के मुड़ी ला काट के
अपनेच हाथ में लईका के मुड़ी ला काट के